अलीगढ़: एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष शहजाद आलम बरनी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. शहजाद ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर एएमयू के नए कुलपति के चुनाव के संबंध में पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है. शहजाद आलम बरनी का कहना है कि एएमयू में मौजूदा वाइस चांसलर को एक साल का अतिरिक्त कार्यभार मिला था, ताकि वह एएमयू के नए वीसी का चुनाव करा सकें.
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने लिखा कि वाइस चांसलर अपने पद का दुरुपयोग नियुक्ति व एडमिशन की प्रक्रिया में कर रहे हैं. पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शहजाद आलम बरनी ने बताया कि भारत के राष्ट्रपति अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की विजिटर हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नए वाइस चांसलर का चयन होना है. चयन प्रक्रिया में कोर्ट मेंबर और एजुकेटिव काउंसलर मेंबर वोट करते हैं.
वाइस चांसलर के चुनाव में 193 कोर्ट मेंबर में से 119 सीटें खाली हैं. इसी तरह का हाल एजुकेटिव काउंसिल का है. कोर्ट के अंदर और ईसी के अंदर वो लोग रह गए हैं, जो यूनिवर्सिटी के पोस्ट होल्डर होते हैं. ये लोग वाइस चांसलर के दबाव में काम करते हैं. दूसरी चीज ये है कि वाइस चांसलर को एक साल का एक्सटेंशन मिला था, वो इस वजह से नया वॉइस चांसलर नहीं आ पाया है. लेकिन पुराने वीसी दोबारा वीसी बनने की जुगाड़ लगा रहे हैं. वाइस चांसलर को तुरंत कोर्ट का चुनाव कराएं.
ईसी का चुनाव कराएं और नए वीसी का चुनाव कराएं. एक और बात यह हैं कि अभी यूनिवर्सिटी में एक्सटेंशन की भी कोई खास जरूरत नहीं है. पीवीसी हैं और जब पीवीसी होते हैं तो फिर कार्यकाल बढ़ाने का कोई मतलब नहीं बनता है. इसलिए पांच साल पूरे होने पर वाइस चांसलर को कार्यभार छोड़कर पीवीसी को सौंप देना चाहिए. पीवीसी अगले वाइस चांसलर का चुनाव कराएं और कोर्ट मेंबर और ईसी के चुनाव वाइस चांसलर से पहले हो, ताकि सभी लोग एक्ट के मुताबिक अपने वोट का इस्तेमाल कर सकें.
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