अलीगढ़: जेल से रिहा हुए एएमयू पूर्व छात्र शरजील उस्मानी पर लोगों को उकसाने का आरोप लगा है. बीजेपी छात्र नेता डॉ. निशित ने डीजीपी को पत्र लिखकर शिकायत की है कि शरजील द्वारा सोशल मीडिया पर उकसावे वाली पोस्ट डाली जा रही है. उन्होंने मामले को लेकर शरजील के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इसके बाद पुलिस सोशल मीडिया में शरजील उस्मानी के बयानों की जांच में जुटी है.
दरअसल, अलीगढ़ में सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुई घटनाओं में शरजील उस्मानी को जेल भेजा गया था, जो अभी हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और बीजेपी नेता डॉ. निशित शर्मा ने आरोप लगाया है कि शरजील उस्मानी द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणी की जा रही है. इसे लेकर उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखा है. इसके साथ ही बीजेपी छात्र नेता ने अलीगढ़ जिले के एसएसपी को भी प्रार्थना पत्र भेजा है.
डॉ. निशित शर्मा का आरोप है कि शरजील हिंदुत्व के खिलाफ लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने सिविल डिसओबिडियेंट की आवाज उठाने के लिए लोगों को भड़काने जैसी टिप्पणी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है.
एएमयू के पूर्व छात्र और बीजेपी नेता डॉ. निशित शर्मा ने कहा कि इस तरह के भड़काऊ बयान से अराजकता फैल सकती है. 15 दिसंबर 2019 को एएमयू में हुए बवाल के आरोप में शरजील उस्मानी को आजमगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया था. शरजील अभी हाल ही में जमानत पर छूटा है. दरअसल पूर्व में नागरिकता संशोधन कानून की आड़ के चलते अलीगढ़ और पूरे देश में हिंसा फैली थी, जिसमें शरजील उस्मानी का भी हाथ होना बताया गया है.
डॉ. निशित ने कहा कि शरजील उस्मानी जिस तरीके का बयान सोशल मीडिया पर दिया है, उससे आंतरिक सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है. साथ ही धार्मिक विद्वेष भी फैल सकता है. वहीं इसको लेकर एसपी क्राइम अरविंद ने बताया कि शरजील के खिलाफ मिली शिकायत की जांच की जा रही है.
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