अलीगढ़ : अलीगढ़ में एक हिंदू परिवार के घर से पीर बाबा की मजार हटाने के मामले में जयपाल सिंह ने खुलकर ईटीवी भारत के साथ बातचीत की. जयपाल सिंह ने बताया कि वह हिंदू और पीर बाबा दोनों में ही आस्था रखते हैं. वह बताते हैं कि कुछ लोगों ने आकर मजार की फोटो खींची. इसके बाद बजरंग दल के लोग आकर एतराज करने लगे. जयपाल से कहा गया कि हिंदू धर्म में पैदा हुए हो, हिंदू देवी-देवता की ही पूजा करो. लेकिन, जयपाल हिंदू देवी-देवता में आस्था के साथ जलेसर वाले पीर बाबा में भी आस्था रखते हैं. धर्म परिवर्तन कराने के सवाल पर जयपाल कहते हैं कि हम दोनों धर्मों को मानते हैं और किसी के दबाव में कोई धर्म परिवर्तन नहीं करते हैं.
खाली पड़ी जमीन पर बाबा का वास बनाया था
वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के बारे में जयपाल ने बताया कि गरीब परिवार के लिए यह योजना है. जोकि बगल की जमीन पर मकान बना है. लेकिन, जिस जमीन पर देवी मईया और मजार बनाया है, वह मेहनत और मजदूरी कर खरीदा है. खाली जगह थी. इसलिए मईया और बाबा जी का वास बनाया था.
लेकिन, जब बजरंग दल ने हिंदू धर्म का वास्ता देकर एतराज किया तो मजार हटा दिया है. जयपाल कहते हैं कि जलेसर वाले बाबा के यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्म के लोग आस्था रखते हैं और मैं भी इसमें विश्वास रखता हूं. इसलिए खाली पड़ी जगह पर उनका वास बना लिया था. मेहनत मजदूरी करने के बाद मईया और बाबा की सेवा में लग जाता हूं. लोग भी यहां सेवा के लिए आते हैं. इसमें मैं कोई एतराज नहीं करता. जो मानते हैं उन्हें यहां से फायदा होता है.
इस्लामिक जिहाद का लगा आरोप
जयपाल अपनी ही जमीन पर अपने ही घर में एक तरफ हिंदू देवी-देवता को पूजते हैं तो दूसरी तरफ मजार बनाकर जलेसर वाले बाबा में भी उनकी आस्था थी. जयपाल पर बजरंग दल के लोगों ने कई आरोप लगाए. जैसे इस्लामिक जिहाद करना या पैसे लेकर धर्म परिवर्तन करना.
जयपाल को थाने बुलाया गया
जयपाल अपने खून-पसीने की खरीदी जमीन पर मजार बनाकर पूजा कर रहा था. जयपाल कहते हैं कि मईया सभी की है और बाबा भी सभी के हैं. जो चाहे पूजा करें. वहीं बजरंग दल की शिकायत पर देहली गेट थाने की पुलिस ने जयपाल को बुला लिया और समझाया कि लोग एतराज कर रहे हैं. बवाल हो सकता है. इसके बाद घर के अंदर बनायी मजार को जयपाल ने हटा दिया.
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