अलीगढ़: थाना जवां के रोहैरा गांव में खुशी ईंट भट्ठे पर बिहार से आए 200 परिवार काम करता है. ईंट की पथाई कर बुधवार की शाम मजदूर आराम की नींद सो रहे थे, लेकिन फ्री में मिली देसी शराब ने इनकी जिंदगी में अंधेरा कर दिया. दरअसल जहरीली शराब कांड (Aligarh Hooch Tragedy) को लेकर पुलिस अभियान चला रही है. इसी कड़ाई के चलते किसी ने नहर के किनारे जहरीली शराब (Jahrili Sharab) की पेटियां फेंक दी थी. बताया जाता है कि कुछ मजदूर नहर की तरफ आए हुए थे और शराब की पेटी उठा ले गए और लोगों में बांट दी थी.
मजदूर वापस लौटना चाहते हैं बिहार
जहरीली शराब कांड के बाद मजदूरों में डर है. ईंट पथाई का काम बंद है. मिट्टी के बनाए घरों में सन्नाटा है. ईंट पथाई करने वाले मजदूर अब बिहार लौटना चाहते हैं. जहरीली शराब से 35 साल की उषा की मौत हो गई. जिनकी 5 लड़कियां हैं. एक साल की लड़की चांदनी अपनी मां को याद कर रोती है. वहीं पिता श्रीभगवान मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.
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रोहैरा गांव की रहने वाली पिंकी बताती हैं कि महिलाओं ने भी शराब का सेवन किया. जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई. मजदूर प्रमोद ने बताया कि कई लोगों की मौत हो गई है. अब इस माहौल में नहीं रह सकते. बिहार लौटना चाहते हैं. सरिता का पति भी जहरीली शराब के सेवन से अस्पताल में बीमार है. वहीं जिला प्रशासन अब मुनादी कर भट्ठा मजदूरों को सचेत कर रही है. ताकि जहरीली शराब का सेवन अब कोई न करें.