अलीगढ़ : अलीगढ़ में बनने वाला डिफेंस कॉरिडोर उद्घाटन से पहले ही सवालों के घेरे में आ गया है. ताला नगरी औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्र शेखर शर्मा ने कॉरिडोर के लिए आवंटित किए गए प्लाटों के आवंटन में पारदर्शिता न होने का आरोप लगाया है. ताला नगरी औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि डिफेंस कॉरिडोर के भूमि आवंटन का न ही कोई विज्ञापन निकाला गया और न ही कोई नीलामी प्रक्रिया अपनाई गई. कॉरिडोर के लिए आवंटित हुए प्लाटों में कोई खुला आमंत्रण भी नहीं दिया गया है.
चंद्र शेखर शर्मा ने अलीगढ़ में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि एक उद्यमी को प्रोजेक्ट का 50% क्षेत्र आवंटित कर दिया गया. बता दें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितम्बर को डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास करने जा रहे है. उद्घाटन से पहले ही कॉरिडोर के लिए आवांटित की गई जमीन पर सवाल उठ रहे हैं. डिफेंस कॉरिडोर अलीगढ़ के उद्यमियों के लिए काफी अहम है. डिफेंस कॉरिडोर 1500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा. इस कॉरिडोर में 19 इंडस्ट्रियल यूनिट्स होंगी. इसके लिए 200 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है.
चंद्र शेखर शर्मा ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर और जिलाधिकारी को डिफेंस कॉरिडोर में प्लाट आवंटन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. अधिकारियों ने आवंटन का अश्वासन भी दिया था. बिना पारदर्शिता के ही प्लॉट का आवंटन कर दिया गया. ताला नगरी औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि व लगभग 40 वर्षों से उद्योग चला रहे हैं. उद्योग के माध्यम से वह लगभग 500 लोगों को रोजगार दे रहे हैं. डिफेंस कॉरिडोर के लिए आवंटित प्लाट में उन्हें वंचित कर दिया गया. उद्यमी चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि जमीन आवंटन में मानकों का पालन नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री लोगों की समस्या सुनने को तैयार है, लेकिन अधिकारी कोई समस्या सुनना नहीं चाहते हैं.
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