अलीगढ़: उत्तर प्रदेश शासन ने अलीगढ़ जहरीली शराब कांड (Aligarh Hooch Tragedy) में अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी ने बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने आबकारी विभाग के संयुक्त आबकारी आयुक्त आगरा जोन, रवि शंकर पाठक एवं उप आबकारी आयुक्त अलीगढ़ मंडल, ओ. पी. सिंह को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. अब तक दो अधिकारियों को मिलाकर कुल सात अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की गई है.
जहरीली शराब कांड में दो आबकारी आयुक्त निलंबित
जनपद में 4 दिन पहले जहरीली शराब पीने से अब तक मौतों का आंकड़ा 70 को पार कर चुका है. जबकि जिला प्रशासन के आधिकारिक आंकड़ों में मौतों की संख्या अभी 28 तक ही पहुंची है. इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. जिसके चलते सोमवार को अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने दो बड़े अधिकारियों पर गाज गिराई है. आगरा जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त रवि शंकर पाठक एवं अलीगढ़ मंडल के उप आबकारी आयुक्त ओपी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं. अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी ने बताया कि संयुक्त आबकारी आयुक्त आगरा जोन की जगह, धीरज सिंह को संयुक्त आबकारी आयुक्त लखनऊ को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वहीं ओपी सिंह की जगह विजय कुमार मिश्र को उप आबकारी आयुक्त आगरा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
रिग्जियान सैम्फिल नए आबकारी आयुक्त बने
उत्तर प्रदेश के नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव मुकुल सिंघल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद को हटा दिया गया है. उनकी जगह पर रिग्जियान सैम्फिल को नया आबकारी आयुक्त बनाया गया है.
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क्षेत्राधिकारी गभाना कर्मवीर सिंह निलम्बित
अलीगढ़ शराब कांड को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने क्षेत्राधिकारी गभाना कर्मवीर सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. गभाना क्षेत्राधिकारी कर्मवीर सिंह के इलाके में जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत हुई थी. इसी के चलते क्षेत्राधिकारी कर्मवीर सिंह पर गाज गिरी है. वहीं क्षेत्राधिकारी खैर शिव प्रताप सिंह व क्षेत्राधिकारी नगर तृतीय विशाल चौधरी से इस घटना के संबंध में 3 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है. शराब कांड को लेकर लगातार कार्रवाई जारी है.
अब तक 30 आरोपी गिरफ्तार
इसी के साथ जहरीली शराब कांड को लेकर दूसरे राज्यों में भी पुलिस टीम ने दबिश की सिलसिला शुरू किया है. सोमवार को 10 अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया है. शराब कांड में अब तक 30 अपराधियों को पकड़ा गया है. वहीं एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की संपत्ति की जब्तीकरण अभियान शुरू करने के आदेश दिए गए हैं.
प्रदेश भर में जारी है अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई
अलीगढ़ जहरीली शराब प्रकरण के बाद आबकारी विभाग प्रदेश भर में कच्ची शराब और अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहा है. प्रदेश के सभी जनपदों में आबकारी विभाग के द्वारा लगातार शराब की दुकानों पर छापेमारी की कार्रवाई भी की जा रही है. अभी तक 403 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं अवैध शराब से जुड़े 203 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. साथ ही 9 वाहनों को जब्त भी किया गया है.
कमिश्नर ने की अधिकारियों के साथ बैठक
जहरीली शराब कांड को लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट में कमिश्नर गौरव दयाल ने अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने शराब माफियाओं के अड्डों को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चलाने को कहा. कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि लगातार कार्रवाई जारी है. दो अवैध शराब फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया गया है. इससे जुड़े शराब माफियाओं पर भी कार्रवाई हो रही है.
70 से अधिक शवों का किया गया है पोस्टमार्टम
शराब से मरने वालों का आंकड़ा नहीं जारी करने के सवाल पर कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि सीएमओ डॉ. वीपी सिंह ने इसके बारे में जानकारी दी है. रविवार तक 28 लोगों की मौत शराब के सेवन से हुई है. इसके अलावा जो मौतें हो रही हैं. उनका विसरा प्रिजर्व किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 70 से अधिक लोगों का शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा है. सभी मौतें शराब पीने से हुई हों, इसकी पुष्टि कर पाना संभव नहीं है.
16 शराब के ठेकों को किया गया चिन्हित
जिले में 16 शराब के ठेकों को चिन्हित किया गया है. इन दुकानों के निरस्तीकरण के आदेश जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने जारी किया है. इसमें करसुआ, पचपेड़ा, छेरत, बरका, ककोला, तेजपुर आदि ठेकों के नाम शामिल हैं.