अलीगढ़: अलीगढ़ में सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African swine fever in Aligarh) की पुष्टि हुई है. इसके बाद जिलाधिकारी ने क्षेत्र में अलर्ट घोषित किया है. साथ ही सूअर और उससे निर्मित उत्पादों पर रोक लगा दी गई है. वहीं सैनिटाइजेशन और सघन सफाई करने का निर्देश दिया गया है. मुख्य पशु चिकित्सक डॉक्टर एमपी सिंह ने बताया कि अफ्रीकन स्वाइन में वायरस केवल सूअरों को प्रभावित करता है.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि देश में पहली बार यह वायरस 2019 में नॉर्थ ईस्ट में पाया गया था. इसके बाद अब यह वायरस अलीगढ़ में पाया गया है. इससे पहले साउथईस्ट एशिया में मिला था. इसके बाद भारत में दस्तक हुई थी. उन्होंने बताया कि यह वायरस सूअरों को छोड़कर न किसी इंसान और न ही किसी जानवर को प्रभावित करता है. यह सूअरों में होने वाली बीमारी है.
दरअसल , अनूपशहर रोड पर सूकर प्रजनन केंद्र, सीडीएफ सेंटर पर 1 मई को कुछ सूअरों की मौत हुई थी. इसके बाद मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली में सूचित किया. वहीं बरेली से आई टीम ने सुअरों का सैंपल 2 मई को लिया. इसके बाद 5 मई को अफ्रीकन वायरस की पुष्टि हुई. वही, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने सूअर और उससे जुड़े उत्पाद पर पूरी तरह रोक (Ban on pork meat sale in Aligarh) लगा दी है. डीएम के निर्देश के अनुसार रोक प्रभावित क्षेत्र में सुअरो के आवागमन को पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया है. किसी भी प्रकार के सूअर बाजार का आयोजन पूर्णता प्रतिबंधित रहेगा. वहीं सुअरों के मांस की बिक्री भी प्रतिबंधित किया है.
इसके साथ ही सीडीएफ सेंटर के पास सघन सफाई डिसइन्फेक्शन और सैनिटाइजेशन का कार्य स्थानीय निकायों द्वारा युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इस बीमारी से पीड़ित सुअरों का उपचार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.
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