अलीगढ़: एएमयू के इंजीनियरिंग फैकल्टी में प्रतीक के रूप में रखे फाइटर एअर प्लेन को किसी ने ओएलएक्स पर बेचने के लिए ऐड डाल दिया. इस वाकये से एएमयू प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि अभी तक पता नहीं चल पाया है कि इस घटना को किसने अंजाम दिया. प्रतीकात्मक रूप से रखे गए इस फाइटर प्लेन को ओएलएक्स पर बेचने का ऐड सोशल मीडिया में आने के बाद हटा लिया गया. एएमयू प्रशासन की तरफ से इस मामले को संज्ञान में लिया गया है और जांच कराई जा रही है कि ये शरारत करने वाला कौन है. वहीं एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग फैकल्टी के सामने मिग 23 फाइटर एअर प्लेन प्रतीकात्मक रूप से सन् 2009 से खड़ा है. 3 अगस्त को किसी ने इस फाइटर एअर प्लेन की फोटो खींचकर ओएलएक्स पर डाल दी. यही नहीं ऐड देने के साथ उसकी कीमत 9,99,99,999 रुपये रखी. कुछ ही देर में यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद प्रशासन ने मामले का संज्ञान लेते हुए पोस्ट को डिलीट करवाया.
दरअसल मिग 23 फाइटर एयर प्लेन इंडियन एयर फोर्स ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को गिफ्ट में दिया था. साथ ही इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के बाहर इसको लोगों के अवलोकन के लिए रखा गया है. हालांकि इस फाइटर एयर प्लेन का उपयोग कई महत्वपूर्ण एअर बेस पर किया गया. मिग 23 एयर प्लेन सियाचिन ग्लेशियर, लद्दाख, कश्मीर, करगिल में तैनात रहा. इसकी स्पीड 2500 किलोमीटर प्रति घंटा है. करीब 28 साल तक इंडियन एयर फोर्स में रहने के बाद इसको रिटायरमेंट किया गया और एएमयू को गिफ्ट के रूप में दिया गया.
वर्ष 2009 में इसको प्रतीकात्मक रूप में देखने के लिए इंजीनियरिंग फैकेल्टी के सामने खड़ा किया गया. वहीं सोमवार को किसी ने इस फाइटर प्लेन को बेचने की ओएलएक्स पर पोस्ट डाल दी. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले में कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. एएमयू पीआरओ उमर पीरजादा ने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए बताया कि ओएलएक्स पर अब यह नहीं दिख रहा है.