आगरा: जिले में होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया. ताजनगरी के खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के गांव सरेंधी में होली पर बाबा अचलम के दरबार में एक बार फिर 700 वर्ष पुरानी परंपरा जीवंत हो उठी. यहां होली पर झू मेले में अनूठे खेल का आयोजन परंपरागत तरीके से खेला गया. इस झू के खेल का हिस्सा बनने के लिए गांव के युवा, ग्रामीणों में काफी उत्साह रहता है. साथ ही इस खेल को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते है. जबकि लौहरी पार्टी ने झू खेल में जीत हासिल की है.
जानकारी के मुताबिक खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के सरेंधी गांव में लगभग चौबीस थोक मौहल्ले है जिन्हे टीकैत पार्टी, लौहरी पार्टी, बढ़ी पार्टी, थोक हवेली, चौक, तिहाय के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि होली के दिन होली की पड़वा पर सुबह गांव के लोग रंग और गुलाल से होली खेलने के बाद अपने-अपने घरों में जाकर नहा धोकर झू खेलने के लिए एकत्रित होते है. इस दौरान गांव का नट ढोल नगाड़ों से ड्यौंढ़ी पीटता हुआ संपूर्ण गांव का चक्कर लगाता है और उसके पीछे-पीछे गांव के युवा, लोग लगोटी बांधकर एकत्रित होते हुए क्रमबद्व जुढ़ते चलते है और फिर अचलम बाबा के दरबार में एकत्रित होते है.
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वहीं, अचलम बाबा के दरबार के पास बने एक गेट में सभी लोगों को दो गुटों में बंट जाता है. इसके बाद झू खेल की शुरूआत होती है. दोनों गुट शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से तीन बार उस गेट के नीचे से निकलकर दूसरी तरफ जाने की कोशिश करते है. इसे दोनों दल रोकने का प्रयास करते हैं. इस प्रकार यह अनोखा खेल तीन बार खेला जाता है जबकि शांति और सुरक्षा की दृष्टि से यहां भारी पुलिस बल की तैनाती रहती है. ग्रामीणों के अनुसार इस खेल में लौहरी पार्टी ही विजई होती हैं. उनका कहना है कि अगर किसी तरह कभी बढ़ी पार्टी विजई हो गई तो गांव में आपदा और प्रकोप आ जाता हैं.
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