आगरा : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने ताजमहल और अन्य सहित स्मारक की ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव किया है. अब एक बार में ऑनलाइन पांच टिकट ही बन सकेंगे. टिकट पर पर्यटक का नाम और आईडी नंबर भी होगा. टिकटों की कालाबाजारी और पर्यटकों की परेशानी के चलते एएसआई ने यह कदम उठाया है. मगर, एएसआई मुख्यालय ने ताजमहल पर पर्यटकों का कैपिंग अभी भी 5000 ही रखी है. एएसआई अधिकारियों का दावा है कि, इस नई व्यवस्था से टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. पर्यटकों से अपील है कि, वे ऑनलाइन टिकट बुक करके ही ताजमहल का दीदार करने आएं.
वीकेंड पर लगातार ताजमहल देखने वाले पर्यटकों के टिकटों की मारामारी हो रही है. लपके टिकटों की कालाबाजारी कर रहे थे. इसका नुकसान पर्यटकों को हो रहा था. टिकट नहीं मिलने से ताजमहल का दीदार किए बगैर पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ रहा था. इसको लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं. पर्यटकों की समस्या देखकर एएसआई ने दिल्ली मुख्यालय को ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग बढ़ाने और ऑनलाइन टिकट में बदलाव करने की मांग की थी.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि, ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग में अब पर्यटकों को अपना नाम दर्ज करना होगा. परिवार के मुखिया या ग्रुप लीडर का पहचान पत्र नंबर भी दर्ज करना होगा. एक बार में 5 से ज्यादा टिकट नहीं बनेंगे.
यह आईडी जरूरी
एएसआई की ओर से अब ऑनलाइन टिकट के लिए आईडी दर्ज करनी होगी. ताजमहल की ऑनलाइन टिकट के लिए पहचान पत्र (आईडी) को निश्चित कर दिया है. ऑनलाइन टिकट के लिए एएसआई की वेबसाइट और एप पर टिकट बनाते समय आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और अन्य तमाम पहचान पत्र का नंबर लिखना होगा. टिकट पर पर्यटक का नाम भी होगा, ताकि टिकटों की कालाबाजारी नहीं हो सके.
आगरा में ताजमहल का दीदार करने आने वाले पर्यटक अब घर से ही एडवांस में ताजमहल का टिकट बुक कर सकते हैं. इससे उन्हें आगरा आकर मायूस नहीं होना पड़ेगा. ऑनलाइन टिकट के साथ ही पर्यटकों को अब एंट्री के समय आईकार्ड भी दिखाना होगा.