आगरा: ताजनगरी में आगरा जगनेर रोड़ स्थित ग्राम पंचायत गांमरी ब्लॉक अकोला वर्षों से खारे पानी की समस्या से जूझ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि मूलभूत समस्याओं सहित खारे पानी की यहां मुख्य समस्या है. ग्राम प्रधान से लेकर क्षेत्रीय सांसद और विधायक तक जन समस्या के हल के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. ग्रामीणों का कहना है अब उन्हें एक ऐसे फरिश्ते की आस है, जो इन समस्याओं को हल करा सके.
ग्राम पंचायत गांमरी के रहने वाले राजकुमार ने बताया कि गांव के बाहर आधा किलो मीटर से लेकर 1 किलोमीटर दूर दूसरे गांव से पानी खरीद कर लाते हैं. क्षेत्रीय सांसद और विधायक के साथ-साथ ग्राम प्रधान ने पानी की समस्या से निजात दिलाने में कोई ठोस कदम नहीं उठाया. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय पर कई वादे किए जाते हैं, लेकिन इसके बाद कोई लौट कर नहीं देखता.
गांव में नहीं हुआ विकास
स्थानीय निवासी सुरेंद्र ने बताया कि गांव में कच्चे रास्ते हैं, अब तक विकास कार्य नहीं हुए हैं. गांव का पानी नमकीन (खारा) है. गांव में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं. कोई भी शासन-प्रशासन का प्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहा. ग्रामीणों ने कई बार गांव प्रधान से लेकर बड़े अधिकारियों तक को अवगत कराया है.
पानी की टंकी बनी शोपीस
स्थानीय निवासी राधे ने बताया कि गांव में डीपीएस की एक टंकी लगी है. यहां टंकी तो लग गई, लेकिन आज तक चालू नहीं हो पाई. टंकी सिर्फ शोपीस बनकर रह गई है. गांव का पानी पीने योग्य नहीं है, फिर भी अगर टंकी होती तो पशुओं को पानी पिलाने और नहलाने की राहत मिलती. स्थानीय महिला शांति देवी ने बताया कि प्रधान द्वारा हैंडपंपों को कई बार बनवाया गया है, इसके बावजूद भी नमकीन पानी होने के कारण हैंडपंप खराब हो जाते हैं. कई किलोमीटर दूर जाकर पानी खरीद कर लाना पड़ता है.
अपने गांव में काफी प्रयास खारे पानी को दूर करने के लिए किए. कई टीपीएस की टंकियां लगवाई हैं. करोड़ों रुपये के विकास कार्य भी कराए हैं. गांव की समस्या से कई बार क्षेत्रीय सांसद और विधायक के साथ-साथ शासन-प्रशासन को भी अवगत कराया है. समस्या गंभीर होने के कारण अभी तक कोई हल नहीं निकला. खारे पानी की समस्या बरसों पुरानी है.
-विनीत कुमार, ग्राम प्रधान