आगरा: हर माह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्णिमा से दो दिन पहले और पूर्णिमा के दो दिन बाद तक ताजमहल को आम सैलानियों के लिए रात 8: 30 बजे से 12:30 बजे तक खोला जाता है. इस अवधि में आठ समूह में 50-50 सैलानी ताज का दीदार करते हैं. मगर इस साल 5 मई से रमजान शुरू हो रहे हैं.
इसके चलते अब ताजमहल सैलानियों के लिए नहीं खोला जाएगा. इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग रमजान के पाक महीने रमजान में ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ने को लेकर उत्साहित हैं. चांद दिखने के बाद पांच या छह मई से ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ी जाएगी. जो करीब 28 दिन चलेगी.
साल में एक बार रमजान का महीना आता है. जिसको लेकर के 11 महीने से लोगों को इस पाक महीने की आने की बेसब्री से इंतजार रहता है. 11 महीने बाद जब रमजान का महीना आता है तो लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. 400 साल पहले से ताजमहल के अंदर रमजान के माह में तरावीह पढ़ी जाती है. यह परंपरा अभी भी लगातार चली आ रही है.
सैय्यद मुनव्वर अली अध्यक्ष
चांद दिखने के बाद 5 या 6 मई को रमजान का पाक महीना शुरू होगा. इसके चलते ताज महल के पूर्वी गेट से तरावीह पढ़ने वाले नमाजियों को प्रवेश दिया जाता है. हर दिन रात 8:30 बजे से नमाजी ताजमहल पूर्वी गेट से प्रवेश करेंगे और नमाज पढ़ने के बाद ताजमहल से बाहर आएंगे. सभी नमाजियों के सुरक्षा की दृष्टि से आधार कार्ड या अन्य और पहचान कार्ड भी देखा जाता है. एक पूरा रजिस्टर पर उनकी एंट्री की जाती है. जहां पर नमाजियों के हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर भी लिखा जाता है.
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