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आगरा: रमजान के अवसर पर रात में खुलेगा ताज, सैलानी नहीं कर सकेंगे दीदार

जिले में इस बार देशी-विदेशी सैलानी इस माह ताजमहल का रात्रि में दीदार नहीं कर सकेंगे. रमजान के महीने में तरावीह के लिए जाने वाले नमाजियों को रात में प्रवेश दिया जाता है. इसलिए रात्रि में यह आम लोगों के लिए नहीं खोला जाएगा. पुरातत्व विभाग ने आदेश भी जारी किया है.

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Published : May 4, 2019, 7:09 PM IST

रमजान में रात में खुलेगा ताज, सैलानी नहीं कर सकेंगे ताज दर्शन

आगरा: हर माह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्णिमा से दो दिन पहले और पूर्णिमा के दो दिन बाद तक ताजमहल को आम सैलानियों के लिए रात 8: 30 बजे से 12:30 बजे तक खोला जाता है. इस अवधि में आठ समूह में 50-50 सैलानी ताज का दीदार करते हैं. मगर इस साल 5 मई से रमजान शुरू हो रहे हैं.
इसके चलते अब ताजमहल सैलानियों के लिए नहीं खोला जाएगा. इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग रमजान के पाक महीने रमजान में ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ने को लेकर उत्साहित हैं. चांद दिखने के बाद पांच या छह मई से ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ी जाएगी. जो करीब 28 दिन चलेगी.

रमजान में रात में खुलेगा ताज, सैलानी नहीं कर सकेंगे ताज दर्शन


साल में एक बार रमजान का महीना आता है. जिसको लेकर के 11 महीने से लोगों को इस पाक महीने की आने की बेसब्री से इंतजार रहता है. 11 महीने बाद जब रमजान का महीना आता है तो लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. 400 साल पहले से ताजमहल के अंदर रमजान के माह में तरावीह पढ़ी जाती है. यह परंपरा अभी भी लगातार चली आ रही है.
सैय्यद मुनव्वर अली अध्यक्ष

चांद दिखने के बाद 5 या 6 मई को रमजान का पाक महीना शुरू होगा. इसके चलते ताज महल के पूर्वी गेट से तरावीह पढ़ने वाले नमाजियों को प्रवेश दिया जाता है. हर दिन रात 8:30 बजे से नमाजी ताजमहल पूर्वी गेट से प्रवेश करेंगे और नमाज पढ़ने के बाद ताजमहल से बाहर आएंगे. सभी नमाजियों के सुरक्षा की दृष्टि से आधार कार्ड या अन्य और पहचान कार्ड भी देखा जाता है. एक पूरा रजिस्टर पर उनकी एंट्री की जाती है. जहां पर नमाजियों के हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर भी लिखा जाता है.
इब्राहिम हुसैन जैदी इंतजामियां कमेटी अध्यक्ष

आगरा: हर माह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्णिमा से दो दिन पहले और पूर्णिमा के दो दिन बाद तक ताजमहल को आम सैलानियों के लिए रात 8: 30 बजे से 12:30 बजे तक खोला जाता है. इस अवधि में आठ समूह में 50-50 सैलानी ताज का दीदार करते हैं. मगर इस साल 5 मई से रमजान शुरू हो रहे हैं.
इसके चलते अब ताजमहल सैलानियों के लिए नहीं खोला जाएगा. इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग रमजान के पाक महीने रमजान में ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ने को लेकर उत्साहित हैं. चांद दिखने के बाद पांच या छह मई से ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ी जाएगी. जो करीब 28 दिन चलेगी.

रमजान में रात में खुलेगा ताज, सैलानी नहीं कर सकेंगे ताज दर्शन


साल में एक बार रमजान का महीना आता है. जिसको लेकर के 11 महीने से लोगों को इस पाक महीने की आने की बेसब्री से इंतजार रहता है. 11 महीने बाद जब रमजान का महीना आता है तो लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. 400 साल पहले से ताजमहल के अंदर रमजान के माह में तरावीह पढ़ी जाती है. यह परंपरा अभी भी लगातार चली आ रही है.
सैय्यद मुनव्वर अली अध्यक्ष

चांद दिखने के बाद 5 या 6 मई को रमजान का पाक महीना शुरू होगा. इसके चलते ताज महल के पूर्वी गेट से तरावीह पढ़ने वाले नमाजियों को प्रवेश दिया जाता है. हर दिन रात 8:30 बजे से नमाजी ताजमहल पूर्वी गेट से प्रवेश करेंगे और नमाज पढ़ने के बाद ताजमहल से बाहर आएंगे. सभी नमाजियों के सुरक्षा की दृष्टि से आधार कार्ड या अन्य और पहचान कार्ड भी देखा जाता है. एक पूरा रजिस्टर पर उनकी एंट्री की जाती है. जहां पर नमाजियों के हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर भी लिखा जाता है.
इब्राहिम हुसैन जैदी इंतजामियां कमेटी अध्यक्ष

Intro:आगरा.
देशी-विदेशी सैलानी इस माह ताजमहल का रात्र दर्शन नहीं कर सकेंगे. क्योंकि, रमजान के महीने में तरावीह के लिए जाने वाले नमाजियों को रात में प्रवेश दिया जाता है. इसलिए रात्रि दर्शन इस माह नहीं होगा. पुरातत्व विभाग ने इस बारे में एक आदेश भी जारी किया है. इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग रमजान के पाक महीने रमजान में ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ने को लेकर उत्साहित हैं. चांद दिखने के बाद पांच या छह मई से ताजमहल की शाही मस्जिद में तरावीह पढ़ी जाएगी. जो करीब 28 दिन चलेगी.


Body:हर माह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्णिमा से 2 दिन पहले और पूर्णिमा के 2 दिन बाद तक ताजमहल को आम सैलानियों के लिए रात 8:30 से 12 12:30 बजे तक खोला जाता है. इस अवधि में 8 समूह में 50-50 सैलानी ताज का दीदार करते हैं. मगर इस साल 5 मई से रमजान शुरू हो रहे हैं. इसके चलते अब ताजमहल सैलानियों के लिए नहीं खोला जाएगा.
राष्ट्रीय स्मारक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सैय्यद मुनव्वर अली ने बताया कि, साल में एक बार रमजान का महीना आता है. जिसको लेकर के 11 महीने से लोगों को इस पाक महीने की आने की बेसब्री से इंतजार रहता है. 11 महीने बाद जब रमजान का महीना आता है तो लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. 400 साल पहले से ताजमहल के अंदर रमजान के माह में तरावीह पढ़ी जाती है. यह परंपरा अभी भी लगातार चली आ रही है.
ताजमहल इंतजामियां कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम हुसैन जैदी ने बताया कि चांद देखने के चांद दिखने के बाद 5 या 6 मई को रमजान का पाक महीना शुरू होगा. इसके चलते ताज महल के पूर्वी गेट से तरावीह पढ़ने वाले नमाजियों को प्रवेश दिया जाता है. हर दिन रात 8:30 बजे से नमाजी ताजमहल पूर्वी गेट से प्रवेश करेंगे और नमाज पढ़ने के बाद ताजमहल से बाहर आएंगे. ताजमहल में नमाज पढ़ने वाले सभी नमाजियों के सुरक्षा की दृष्टि से आधार कार्ड या अन्य और पहचान कार्ड भी देखा जाता है. एक पूरा रजिस्टर पर उनकी एंट्री की जाती है. जहां पर नमाजियों के हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर भी लिखा जाता है.


Conclusion:पहली बाइट राष्ट्रीय स्मारक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सैय्यद मुनव्वर अली और दूसरी बाइट ताजमहल इंतजामियां कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम हुसैन जैदी की है.
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