ETV Bharat / state

मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी का ताजमहल में हनुमान चालीसा का ऐलान, मची खलबली

देश में हिजाब विवाद के बीच विहिप की मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी ने ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ करने का किया ऐलान. दुर्गा वाहिनी का तर्क जब टोपी पहनकर ताजमहल में नमाज हो सकती है तो भगवा पहनकर हनुमान चालीसा क्यों नहीं?

ETV Bharat
ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ
author img

By

Published : Feb 14, 2022, 10:39 AM IST

आगरा: देश में हिजाब विवाद को लेकर मामला गर्माता जा रहा है. इस बीच विहिप की मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी ने ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान किया है. यह मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें लिखा है कि दुर्गा वाहिनी की ओर से मंगलवार (15 फरवरी) को ताजमहल में हनुमान चालीसा का हम पाठ करेंगे.

मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी के ऐलान से पुलिस, जिला प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में खलबली मच गई है. दुर्गा वाहिनी ने ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ को लेकर तर्क दिया. उन्होंने कहा कि जब टोपी पहनकर ताजमहल में नमाज हो सकती है तो भगवा पहनकर हनुमान चालीसा क्यों नहीं? इससे एक नया विवाद सामने आ गया है.

यह भी पढ़ें- दलित बेटी के साथ हुई घटना पर सख्त कदम उठाए सरकार : मायावती


इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर का कहना है कि एक समुदाय विशेष के लोग लगातार राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. वे हमेशा एक नया विवाद खड़ा करते हैं. इससे माहौल बिगड़ता जा रहा है. यह सब तुष्टीकरण की राजनीति के लिए किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ताजमहल हिंदू आस्था का केंद्र है. इसलिए दुर्गा वाहिनी की ओर से भगवा वस्त्र पहनकर ताजमहल पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. उनकी सुरक्षा में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता मुस्तैद रहेंगे.

एएसआई पुरातत्वविद राजकुमार पटेल का कहना है कि ताजमहल परिसर में कोई नई परंपरा शुरू नहीं की जा सकती है. यह कानूनन गलत है. पूर्व में भी जिन लोगों ने ऐसा किया या करने की कोशिश की थी. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

आगरा: देश में हिजाब विवाद को लेकर मामला गर्माता जा रहा है. इस बीच विहिप की मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी ने ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान किया है. यह मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें लिखा है कि दुर्गा वाहिनी की ओर से मंगलवार (15 फरवरी) को ताजमहल में हनुमान चालीसा का हम पाठ करेंगे.

मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी के ऐलान से पुलिस, जिला प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में खलबली मच गई है. दुर्गा वाहिनी ने ताजमहल में हनुमान चालीसा पाठ को लेकर तर्क दिया. उन्होंने कहा कि जब टोपी पहनकर ताजमहल में नमाज हो सकती है तो भगवा पहनकर हनुमान चालीसा क्यों नहीं? इससे एक नया विवाद सामने आ गया है.

यह भी पढ़ें- दलित बेटी के साथ हुई घटना पर सख्त कदम उठाए सरकार : मायावती


इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर का कहना है कि एक समुदाय विशेष के लोग लगातार राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. वे हमेशा एक नया विवाद खड़ा करते हैं. इससे माहौल बिगड़ता जा रहा है. यह सब तुष्टीकरण की राजनीति के लिए किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ताजमहल हिंदू आस्था का केंद्र है. इसलिए दुर्गा वाहिनी की ओर से भगवा वस्त्र पहनकर ताजमहल पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. उनकी सुरक्षा में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता मुस्तैद रहेंगे.

एएसआई पुरातत्वविद राजकुमार पटेल का कहना है कि ताजमहल परिसर में कोई नई परंपरा शुरू नहीं की जा सकती है. यह कानूनन गलत है. पूर्व में भी जिन लोगों ने ऐसा किया या करने की कोशिश की थी. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.