आगरा: जिले स्थित कुबेरपुर खत्ताखर जगह पर कूड़ा बीनने वाले उमेश की मौत के बाद आक्रोशित वाल्मीकि समाज और निगम के कर्मचारी संगठन ने जमकर हंगामा किया. धरने पर बैठे लोगों ने उमेश की मौत के मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. भीड़ ने हरीपर्वत पुलिस को इसके लिए मांग पत्र सौंपते हुए सहायक नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला को ज्ञापन दिया.
वाल्मीकि महापंचायत आगरा, राष्ट्रीय सफाई मजदूर संघ, उत्तर प्रदेश सफाई कामगार संगठन, वीर वाल्मीकि ग्रुप, महर्षि वाल्मीकि सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बुधवार दोपहर 12 बजे नगर निगम परिसर पहुंचे. नगर निगम के टास्क फोर्स के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित किया. कर्मचारियों के दूसरे गुट के साथ टकराव के हालात पैदा हो गए, लेकिन अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया. वहीं कुछ देर बाद घटनास्थल पर थाने की फोर्स भी पहुंच गई.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अपर नगर आयुक्त केबी सिंह ने वाल्मीकि समाज का अपमान किया है. समाज के मृतक व्यक्ति को चोर कहने वाले को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. उग्र भीड़ का कहना था कि उमेश उर्फ सिद्धांत की हत्या चोरी के शक में की गई है. समाज को गुमराह करने के लिए इस वारदात को सड़क दुर्घटना की तरह से दर्शाने की कोशिश की जा रही है. उमेश की मौत के साक्ष्य मिटाने से यह साबित हो गया कि यह एक मर्डर केस है.
वाल्मीकि समाज की ओर से नगर निगम में दिए धरने में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने समर्थन दिया. धरने में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली पार्टी की तरफ से मृतक के परिवार को 50 हजार की सहयोग राशि देने की घोषणा की.