आगरा: यूपी में योगी सरकार ने सफाई व्यवस्था के समय में बदलाव किया है. नई व्यवस्था के तहत सुबह पांच बजे से दोपहर एक बजे तक सफाई कर्मचारियों को झाड़ू लगानी है और कूड़े का उठान करना है. इस नए टाइम टेबल का सफाई कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. गुरुवार को सफाई कर्मचारी नगर निगम कार्यालय पहुंच गए और नगर निगम में तालाबंदी कर नारेबाजी करने लगे. कर्मचारियों की मांग है कि पहले की तरह सुबह आठ बजे से सफाई व्यवस्था शुरू कराई जाए. साथ ही रिक्त पदों पर भर्तियों की मांग की जा रही है.
पहली बार सफाई के लिए बीट सिस्टम लागू किया गया है. हर कर्मचारी की जिम्मेदारी तय है. इस सिस्टम में हर कर्मचारी को निर्धारित रोड या फिर गली आवंटित की गई है. गली में गंदगी मिलने पर कर्मचारी को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी. दिन की सफाई सुबह पांच से दोपहर एक बजे और रात की सफाई दोपहर एक से नौ बजे रात तक होगी.
आखिर कब पढ़ेंगे बच्चे
उप्र स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी का कहना है कि, नगर निगम में 1500 महिला सफाई कर्मचारी हैं. महिला और पुरुष एक साथ ही ड्यूटी पर जाते हैं. अब जब सुबह पांच बजे ड्यूटी पर जाएंगे तो तड़के चार बजे जागना होगा. ऐसे में बच्चे कैसे स्कूल जाएंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही तालाबंदी की जाएगी. इस बारे में नगर आयुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र यादव की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है.यह टीम हर दिन संबंधित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी.
आगरा में सफाई का हाल
आगरा निगम के सौ में 55 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन हो रहा है. एक से दो माह में 45 वार्डों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी. हर दिन 800 टन कूड़ा निकलता है.
नई व्यवस्था
- हर सप्ताह नालियों की सफाई अनिवार्य
- हर जोन में बीट प्लान तैयार किया गया
- सूखा और गीला कूड़ा का अलग-अलग निस्तारण
- डलावघर के चारों ओर तीन से चार फीट ऊंची दीवार बनेगी
- हर दिन अफसर सुबह पांच से आठ बजे तक निरीक्षण करेंगे
- जोन और वार्ड कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों में कर्मचारियों और सेनेटरी इंस्पेक्टरों का मोबाइल नंबर अंकित होगा
- चौबीस घंटे कंट्रोल रूम संचालित होगा
- डेडिकेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से सीधे जुड़ा होगा
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