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UP Nikay Chunav 2023 : हिस्ट्रीशीटर ने भरा पर्चा, टिकट कटने पर भाजपाई बने बागी

यूपी में निकाय चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. वहीं, टिकटों को लेकर भी कई पार्टियों के प्रत्याशियों में नाराजगी है. ये प्रत्याशी पार्टी से बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतर आए हैं. इसी मामले को लेकर भाजपा की फजीहत हो रही है.

UP Nikay Chunav 2023
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Published : Apr 18, 2023, 1:18 PM IST

आगरा: निकाय चुनाव के उम्मीदवारों को लेकर भाजपा की खूब किरकिरी हो रही है. भाजपा के गले की फांस बने शहर के बहुचर्चित कपड़ा कारोबारी शैल कुंद्रा हत्याकांड के आरोपी रहे रवि दिवाकर को वार्ड 40 से उम्मीदवार बनाया गया है. रवि ने पर्चा भी भर दिया है. वो शाहगंज थाना का हिस्ट्रीशीटर है. उसकी हिस्ट्रीशीट की फोटो वायरल हो रही है, जिससे भाजपा की फजीहत हो रही है. इसके साथ ही भाजपा ने मौजूदा पार्षद और अन्य को टिकट नहीं दिया, जिससे भाजपाई अब बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतर आए हैं. इससे भाजपा के घोषित उम्मीदवारों की राह मुश्किल लग रही है.

बता दें कि प्रयागराज में माफिया अतीक और अशरफ का शूटआउट कैमरे के सामने हुआ. ऐसा ही आगरा में 13 दिसंबर 2009 को शाहगंज में हुआ था. कपड़ा कारोबारी शैल कुंद्रा की हत्या सीसीटीवी में कैद हुई थी. इसमें आरोपी रहे गड्डा हमीद नगर शाहगंज निवासी हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर को भाजपा ने वार्ड 40 से अपना प्रत्याशी बनाया है. उसके खिलाफ़ पांच मुकदमे दर्ज हैं. वो थाना शाहगंज का हिस्ट्रीशीटर है.

थाने में लगे बोर्ड के मुताबिक, उसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 84 ए है. सोमवार को रवि ने अपना पर्चा भी भर दिया. जब सोशल मीडिया पर थाने में लगा हिस्ट्रीशीटरों का बोर्ड वायरल हुआ तो भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली. रवि दिवाकर का नाम बोर्ड पर क्रम संख्या 9 पर अंकित है. उसके खिलाफ़ पहला मुकदमा वर्ष 2008 में दर्ज हुआ था. सन 2009 में उसके खिलाफ डकैती के दौरान हत्या और आपराधिक षड्यंत्र की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हुआ. यह मुकदमा शैल कुंद्रा हत्याकांड का है. रवि दिवाकर के खिलाफ आखिरी मुकदमा वर्ष 2011 में दर्ज हुआ था. पिछले 12 साल से उसके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.

जांच कमेटी बनाई

इस बारे में भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन का कहना है कि इस मामले में जांच समिति बना दी गई है. रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी.

नष्ट नहीं होती हिस्ट्रीशीट

रिटायर सीओ बीएस त्यागी बताते हैं कि पुलिस की ओर से जब हिस्ट्रीशीट खोली जाती है तो इसके पीछे मकसद अपराधी पर नजर रखना होता है. जिसकी एक बार हिस्ट्रीशीट खुल गई तो बदमाश के जीते जी हिस्ट्रीशीट का खाका नष्ट नहीं होता है. बदमाश के निष्क्रिय होने पर पुलिस सिर्फ उसकी निगरानी बंद कर सकती है. जबकि, हिस्ट्रीशीट का खाका हिस्ट्रीशीटर की मौत के बाद ही नष्ट होता है.

शैल कुंद्रा हत्याकांड से फैली थी सनसनी

ताजनगरी का शैल कुंद्रा हत्याकांड पहला लाइव मर्डर था. जिस दुकान में शैल कुंद्रा की हत्या हुई थी, उसमें सीसीटीवी लगे थे. तत्कालीन एसएसपी आदित्य मिश्रा सीसीटीवी फुटेज और शूटरों का दुस्साहस देख हैरान रह गए थे. सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था.

भाजपाई हुए बागी, भरा निर्दलीय पर्चा

बता दें कि आगरा के दयालबाग के वार्ड 62 में भी बगावत हुई है. भाजपा के दयालबाग मंडल अध्यक्ष भरत शर्मा ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय पर्चा भरा है. वार्ड 55 शाहदरा में भाजपा ने विजय वर्मा को टिकट दिया है. विजय वर्मा को टिकट मिलने के बाद भाजपा कार्यकर्ता गजेंद्र वर्मा ने निर्दलीय पर्चा भरा है. गजेंद्र वर्मा को पिछली बार भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. तब भी वो निर्दलीय उतरे थे. इसके साथ ही ट्रांस यमुना वार्ड से भाजपा ने निवर्तमान पार्षद प्रकाश केशवानी पर विश्वास जताया है. लेकिन, टिकट की दावेदारी कर रहे हुकुम सिंह ने भी पर्चा दाखिल किया है.

बाबू गुलाब राय के प्रपौत्र ने भी भरा निर्दलीय पर्चा

हिंदी के प्रख्यात सहित्यकार बाबू गुलाब राय के प्रपौत्र संजय राय ने भी निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है. वार्ड 95 बाग फरजाना से संजय राय पिछली बार पार्षद थे. इस बार टिकट काटकर दूसरे वार्ड से पार्षद शरद चौहान को टिकट दे दिया गया. संजय राय ने अपनी आपत्ति जताई. अब संजय राय ने निर्दलीय ही पर्चा दाखिल कर दिया. इसके साथ ही इसी वार्ड से भाजपा से पूर्व पार्षद अशोक बंसल ने भी बाग फरजाना क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया है.

जिलाध्यक्ष के घर में रार

भाजपा ने जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह के बेटे अमरेश राज कुशवाह को वार्ड 72 से टिकट दिया है. जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह की पत्नी निवर्तमान पार्षद हैं. अब जिलाध्यक्ष के घर में ही विरोध शुरू हो गया है. गिर्राज कुशवाह के भाई राजेंद्र कुशवाह भी मैदान में उतर गए हैं.

यह भी पढ़ें: यूपी निकाय चुनाव: लखनऊ में मेयर पद के लिए 13 प्रत्याशियों ने किया नामांंकन

आगरा: निकाय चुनाव के उम्मीदवारों को लेकर भाजपा की खूब किरकिरी हो रही है. भाजपा के गले की फांस बने शहर के बहुचर्चित कपड़ा कारोबारी शैल कुंद्रा हत्याकांड के आरोपी रहे रवि दिवाकर को वार्ड 40 से उम्मीदवार बनाया गया है. रवि ने पर्चा भी भर दिया है. वो शाहगंज थाना का हिस्ट्रीशीटर है. उसकी हिस्ट्रीशीट की फोटो वायरल हो रही है, जिससे भाजपा की फजीहत हो रही है. इसके साथ ही भाजपा ने मौजूदा पार्षद और अन्य को टिकट नहीं दिया, जिससे भाजपाई अब बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतर आए हैं. इससे भाजपा के घोषित उम्मीदवारों की राह मुश्किल लग रही है.

बता दें कि प्रयागराज में माफिया अतीक और अशरफ का शूटआउट कैमरे के सामने हुआ. ऐसा ही आगरा में 13 दिसंबर 2009 को शाहगंज में हुआ था. कपड़ा कारोबारी शैल कुंद्रा की हत्या सीसीटीवी में कैद हुई थी. इसमें आरोपी रहे गड्डा हमीद नगर शाहगंज निवासी हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर को भाजपा ने वार्ड 40 से अपना प्रत्याशी बनाया है. उसके खिलाफ़ पांच मुकदमे दर्ज हैं. वो थाना शाहगंज का हिस्ट्रीशीटर है.

थाने में लगे बोर्ड के मुताबिक, उसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 84 ए है. सोमवार को रवि ने अपना पर्चा भी भर दिया. जब सोशल मीडिया पर थाने में लगा हिस्ट्रीशीटरों का बोर्ड वायरल हुआ तो भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली. रवि दिवाकर का नाम बोर्ड पर क्रम संख्या 9 पर अंकित है. उसके खिलाफ़ पहला मुकदमा वर्ष 2008 में दर्ज हुआ था. सन 2009 में उसके खिलाफ डकैती के दौरान हत्या और आपराधिक षड्यंत्र की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हुआ. यह मुकदमा शैल कुंद्रा हत्याकांड का है. रवि दिवाकर के खिलाफ आखिरी मुकदमा वर्ष 2011 में दर्ज हुआ था. पिछले 12 साल से उसके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.

जांच कमेटी बनाई

इस बारे में भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन का कहना है कि इस मामले में जांच समिति बना दी गई है. रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी.

नष्ट नहीं होती हिस्ट्रीशीट

रिटायर सीओ बीएस त्यागी बताते हैं कि पुलिस की ओर से जब हिस्ट्रीशीट खोली जाती है तो इसके पीछे मकसद अपराधी पर नजर रखना होता है. जिसकी एक बार हिस्ट्रीशीट खुल गई तो बदमाश के जीते जी हिस्ट्रीशीट का खाका नष्ट नहीं होता है. बदमाश के निष्क्रिय होने पर पुलिस सिर्फ उसकी निगरानी बंद कर सकती है. जबकि, हिस्ट्रीशीट का खाका हिस्ट्रीशीटर की मौत के बाद ही नष्ट होता है.

शैल कुंद्रा हत्याकांड से फैली थी सनसनी

ताजनगरी का शैल कुंद्रा हत्याकांड पहला लाइव मर्डर था. जिस दुकान में शैल कुंद्रा की हत्या हुई थी, उसमें सीसीटीवी लगे थे. तत्कालीन एसएसपी आदित्य मिश्रा सीसीटीवी फुटेज और शूटरों का दुस्साहस देख हैरान रह गए थे. सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था.

भाजपाई हुए बागी, भरा निर्दलीय पर्चा

बता दें कि आगरा के दयालबाग के वार्ड 62 में भी बगावत हुई है. भाजपा के दयालबाग मंडल अध्यक्ष भरत शर्मा ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय पर्चा भरा है. वार्ड 55 शाहदरा में भाजपा ने विजय वर्मा को टिकट दिया है. विजय वर्मा को टिकट मिलने के बाद भाजपा कार्यकर्ता गजेंद्र वर्मा ने निर्दलीय पर्चा भरा है. गजेंद्र वर्मा को पिछली बार भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. तब भी वो निर्दलीय उतरे थे. इसके साथ ही ट्रांस यमुना वार्ड से भाजपा ने निवर्तमान पार्षद प्रकाश केशवानी पर विश्वास जताया है. लेकिन, टिकट की दावेदारी कर रहे हुकुम सिंह ने भी पर्चा दाखिल किया है.

बाबू गुलाब राय के प्रपौत्र ने भी भरा निर्दलीय पर्चा

हिंदी के प्रख्यात सहित्यकार बाबू गुलाब राय के प्रपौत्र संजय राय ने भी निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है. वार्ड 95 बाग फरजाना से संजय राय पिछली बार पार्षद थे. इस बार टिकट काटकर दूसरे वार्ड से पार्षद शरद चौहान को टिकट दे दिया गया. संजय राय ने अपनी आपत्ति जताई. अब संजय राय ने निर्दलीय ही पर्चा दाखिल कर दिया. इसके साथ ही इसी वार्ड से भाजपा से पूर्व पार्षद अशोक बंसल ने भी बाग फरजाना क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया है.

जिलाध्यक्ष के घर में रार

भाजपा ने जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह के बेटे अमरेश राज कुशवाह को वार्ड 72 से टिकट दिया है. जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह की पत्नी निवर्तमान पार्षद हैं. अब जिलाध्यक्ष के घर में ही विरोध शुरू हो गया है. गिर्राज कुशवाह के भाई राजेंद्र कुशवाह भी मैदान में उतर गए हैं.

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