आगरा: जिले के नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है. एक बार फिर जिले के दोनों राज्य मंत्रियों के ' चिट्ठी बम' से भ्रष्टाचार की पोल खुली है. इस वजह से इन दिनों नगर निगम सुर्खियों में है. 'चिट्ठी बम' लिखने वाले राज्य मंत्री उदयभान सिंह और राज्य मंत्री डॉ.जी. एस. धर्मेश हैं. दोनों मंत्रियों ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में आगरा नगर निगम में तैनात वित्त और लेखाधिकारी पवन कुमार पर गम्भीर आरोप लगाए गए हैं.
'चिठ्ठी बम' से उजागर हुआ भ्रष्टाचार का खेल
- मामला आगरा नगर निगम से जुड़ा है.
- दरअसल जिले के राज्यमंत्री उदयभान सिंह और राज्य मंत्री डॉ.जी. एस. धर्मेश ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को पत्र लिखा है.
- इस पत्र में नगर निगम में तैनात वित्त और लेखाधिकारी पवन कुमार की रिश्वतखोरी और कमीशनखोरी की शिकायत की गई है.
- इस पत्र में उन्होंने ठेकेदारों का उत्पीड़न करने की शिकायत भी की है.
- पत्र में यह भी लिखा गया है कि इससे सरकार की छवि खराब हो रही है.
- इस वजह से पवन कुमार का स्थानान्तरण करके उचित कार्रवाई की जाए.
दोनों मंत्रियों के 'चिठ्ठी बम' से आगरा नगर निगम में चल रहे भ्रष्टाचार का जिन्न एक बार फिर उठ खड़ा हुआ है. बता दें कि आगरा उत्तर के पांच बार के बीजेपी से विधायक रहे स्व. जगन प्रसाद गर्ग ने नगर निगम में भ्रष्टाचार और 27 प्रतिशत कमीशनखोरी के मामले में पत्र लिखकर उजागर किया था. उनकी चिठ्ठी से नगर निगम में हड़कम्प मच गया था.
इसको लेकर आरोपी अधिकारी पवन कुमार का कहना है कि कुछ महीने पहले वित्तीय स्थितियां गंभीर रही हैं. खर्चों के एवज में नगर निगम की आय कम हुई. इससे कुछ ठेकेदारों का भुगतान समय से नहीं हुआ. जिससे नाराज ठेकेदारों ने मंत्रियों से शिकायत की और उन्होंने वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखी.