आगरा: जिले में कोरोना का कहर जारी है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर ताजनगरी रेड जोन में है. गुरुवार को एक प्रिंट मीडिया संस्थान के कोरोना संक्रमित वरिष्ठ पत्रकार की मौत हो गई. उन्हें गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहीं जिले में एक मिष्ठान भंडार संचालक की भी मौत हो गई. वह भी कोरोना पॉजिटिव था. जिले में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 21 हो गया और गुरुवार रात तक संक्रमितों की संख्या 678 हो गई.
उत्तर प्रदेश का आगरा कोरोना कैपिटल बना हुआ है. जिले में हर दिन कोरोना संक्रमण आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा है, जिससे जनता की मुश्किलें बढ़ रही हैं. लॉकडाउन-3 चल रहा है और आगरा रेड जोन में है. सीएम योगी आगरा में कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीर हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ठोस रणनीति बनाने में असफल साबित हो रहे हैं.
आगरा निवासी 52 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार की 22 अप्रैल को तबीयत खराब हुई. इस पर उन्होंने दवा ली. जब अन्य डेस्क के साथी कोरोना पॉजिटिव आए तो 28 अप्रैल को वरिष्ठ पत्रकार का भी सैंपल लिया गया, लेकिन जांच रिपोर्ट 4 मई को आई. इस पर उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने पर बुधवार देर रात उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर पर रखा गया. गुरुवार रात उनका निधन हो गया. पत्रकार के निधन की खबर से परिवार में कोहराम मच गया. वहीं आगरा में 15 मीडियाकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जो अलग-अलग अलग संस्थानों के हैं.
मिष्ठान भंडार संचालक की मौत
कमलानगर निवासी एक मिष्ठान भंडार संचालक की तबीयत बिगड़ने पर कोरोना की जांच कराई गई, जिसमें मिष्ठान भंडार संचालक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इस पर उसे भर्ती किया गया और परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन किया गया. उपचार के दौरान मिष्ठान भंडार संचालक की मौत हो गई. आगरा में 15 मीडियाकर्मी पॉजिटिव हैं, जो दो प्रिंट मीडिया संस्थान के हैं.
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