आगरा: सदर थाना क्षेत्र के राजपुर चुंगी इंफेंट्री चौकी, राजेश्वर मंदिर के पास 19 दिसंबर को दिनदहाड़े अधिवक्ता हरीश पचौरी की हत्या कर दी गई थी. रविवार को पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया. इस मामले में पुलिस ने विष्णु रावत और सुनील रावत को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और स्कूटी को भी बरामद कर लिया है.
दिनदहाड़े हुई थी हत्या
19 दिसंबर को सदर थाना क्षेत्र के राजपुर चुंगी इलाके में बाइक सवार लोगों ने दिन दहाड़े अधिवक्ता हरीश पचौरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना से क्षेत्र, समाज और मृतक के परिवारजनों में काफी रोष व्याप्त था. पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए इस मामले में कई टीमों को लगाया और उसमें सफलता भी हाथ लगी. पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विष्णु रावत और सुनील रावत को गिरफ्तार कर लिया है.
प्रॉपर्टी विवाद के चलते हुई थी हत्या
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि विष्णु रावत ने प्रॉपर्टी के चलते हरीश पचौरी की हत्या कराई थी. इस हत्याकांड को शार्प शूटर सचिन कंजा ने अपने साथी के साथ अंजाम दिया था. एसएसपी बबलू कुमार का कहना था कि विष्णु रावत की कई ऐसी विवादित प्रॉपर्टी थी, जिनमें हरीश पचौरी का हस्तक्षेप था. इस हस्तक्षेप के कारण ही विष्णु रावत और हरीश पचौरी में विवाद उत्पन्न हुआ था. विष्णु रावत ने सुनील रावत के साथ मिलकर हरीश पचौरी की हत्या का ताना-बाना बुना. इस हत्याकांड को शार्प शूटर के माध्यम से अंजाम दिलाया गया.
9 दिन बाद हुआ खुलासा
एसएसपी बबलू कुमार ने कहा कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले हरीश पचौरी की रेकी की गई थी. इस रेकी के दौरान एक मोबाइल फोन और एक स्कूटी इस्तेमाल की गई थी. जिसे विष्णु और सुनील रावत की निशानदेही पर बरामद कर लिया गया है. इस पूरे हत्याकांड के खुलासे को लेकर कई टीमों को लगाया गया था और 9 दिन बाद इसमें सफलता भी हाथ लगी.
फरार आरोपियों के लिए दी जा रही दबिश
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड भानु प्रताप मुद्गल समेत दो हत्यारोपी की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है. इसमें फरार शूटर सचिन कंजा भी शामिल है.