ETV Bharat / state

आगरा: टूटे स्लीपरों से गुजर रहीं ट्रेनें, जोखिम में यात्रियों की जान

author img

By

Published : Jun 20, 2019, 5:08 PM IST

आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूटे हुए हैं. रोजाना इन टूटे स्लीपरों से ट्रेनें गुजरती हैं. उत्तर मध्य रेलवे का इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

टूटे स्लीपरों से गुजर रहीं ट्रेनें.

आगरा: देश में लगातार ट्रेन हादसे हो रहे हैं. ट्रेनें पटरी से उतर रही हैं. फिर भी रेलवे सक्रियता नहीं दिखा रहा है. इसका नजारा आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर देखने को मिल रहा है. प्लेटफार्म नंबर 4 पर रेल पटरियों के बीच लगे 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट चुके हैं.

ईटीवी भारत के संवाददाता ने जानकारी दी.
  • आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-4 से प्रतिदिन कई ट्रेनें गुजरती हैं.
  • पटरियों के बीच लगे सीमेंटेड स्लीपर जर्जर होकर टूटे गए हैं.
  • करीब 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट गए हैं.
  • इस वजह से कभी भी हादसा होने की संभावना रहती है.
  • जहां सीमेंटेड स्लीपर टूटे हुए हैं, उसके पास में ही दोनों पटरियों के बीच ज्वॉइंट भी है.
  • अभी भी उत्तर मध्य रेलवे का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

जब हम कोई चीज बनाते हैं, उसमें थोड़ा बहुत टूट-फूट होती रहती है. उसे उचित समय पर ठीक भी कराया जाता है. आगरा कैंट के प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर स्लीपर टूटे हुए हैं. यह रेलवे को पता है. इसके लिए टेंडर हो गया है. सेफ्टी को ध्यान में रखकर अभी प्लेटफार्म नंबर-4 से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.

-एसके श्रीवास्तव, पीआरओ, उत्तर मध्य रेलवे

आगरा: देश में लगातार ट्रेन हादसे हो रहे हैं. ट्रेनें पटरी से उतर रही हैं. फिर भी रेलवे सक्रियता नहीं दिखा रहा है. इसका नजारा आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर देखने को मिल रहा है. प्लेटफार्म नंबर 4 पर रेल पटरियों के बीच लगे 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट चुके हैं.

ईटीवी भारत के संवाददाता ने जानकारी दी.
  • आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-4 से प्रतिदिन कई ट्रेनें गुजरती हैं.
  • पटरियों के बीच लगे सीमेंटेड स्लीपर जर्जर होकर टूटे गए हैं.
  • करीब 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट गए हैं.
  • इस वजह से कभी भी हादसा होने की संभावना रहती है.
  • जहां सीमेंटेड स्लीपर टूटे हुए हैं, उसके पास में ही दोनों पटरियों के बीच ज्वॉइंट भी है.
  • अभी भी उत्तर मध्य रेलवे का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

जब हम कोई चीज बनाते हैं, उसमें थोड़ा बहुत टूट-फूट होती रहती है. उसे उचित समय पर ठीक भी कराया जाता है. आगरा कैंट के प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर स्लीपर टूटे हुए हैं. यह रेलवे को पता है. इसके लिए टेंडर हो गया है. सेफ्टी को ध्यान में रखकर अभी प्लेटफार्म नंबर-4 से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.

-एसके श्रीवास्तव, पीआरओ, उत्तर मध्य रेलवे

Intro:आगरा.
देश में लगातार ट्रेन हादसे हो रहे हैं. कहीं पर मालगाड़ी डीरेल हो रही है, तो कहीं एक्सप्रेस के पहिए पटरी से उतर रहे हैं. फिर भी रेलवे सक्रियता नहीं दिखा रहा है. इसका नजारा आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर देखा जा सकता है. क्योंकि प्लेटफार्म नंबर 4 पर रेल पटरियों के बीच लगे 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट चुके हैं. जब यहां से ट्रेन गुजरती है, तो पटरियां उखड़ने का डर रहता है. इससे हादसा होने की संभावना बनी हुई है, मगर उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन समय रहते इस ओर ध्यान नहीं है.


Body:आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर- 4 से प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में धड़धड़ाती ट्रेन गुजरती हैं.कई ट्रेनें यहां पर रूकती हैं.
इस प्लेटफार्म पर पटरियों के बीच लगे सीमेंटेड स्लीपर जर्जर होकर टूटे गए हैं.
प्लेटफार्म पर करीब 40 से ज्यादा सीमेंटेड स्लीपर टूट गए हैं. इस वथह से कभी भी हादसा होने की संभावना बनी हुई है.
प्लेटफार्म पर जहां सीमेंटेड स्लीपर टूटे हुए हैं, उनके पास में ही दोनों पटरियों के बीच जॉइंट भी लगे हैं. ऐसे में यदि जरा भी इधर से उधर ऐसे में तेज रफ्तार ट्रेन इस प्लेटफार्म से होकर गुजरती है तो स्लीपर टूटे होने से पटरियां अपनी जगह छोड़ सकती हैं.
उत्तर मध्य रेलवे की यह लापरवाही ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की जान पर भारी पड़ सकती है. लेकिन अभी भी उत्तर मध्य रेलवे का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि जब हम कोई चीज बनाते हैं, उसमें थोड़ा बहुत टूट-फूट भी होती रहती है. उसे उचित समय पर ठीक भी कराया जाता है. जैसा आपने बताया कि, आगरा कैंट के प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर स्लीपर टूटे हुए हैं. यह रेलवे को पता है. इसके लिए टैंडर हो गया है. हमारा इंजीनियरिंग विभाग इसे देखता है. सेफ्टी को ध्यान में रखकर अभी प्लेटफार्म नंबर -4 से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. अभी इंजीनियरिंग विभाग को ऐसा नहीं लग रहा है, इस पटरी से ट्रेन को नहीं गुजारा जाए. इसलिए यहां से ट्रेनें आ जा रही हैं. जल्द ही टूटे हुए स्लिपर्स को बदल दिया जाएगा.


Conclusion:आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 की पटरियों से 40 सीमेंटेड स्लीपर टूटे होने के बाद भी ट्रेनें धड़धड़ाती हुई गुजर रही हैं. स्लीपर टूटने की वजह से कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन उत्तर मध्य रेलवे अभी लापरवाह रवैया अपना रहा है. उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि सेफ्टी को देख करके यहां से ट्रेनें गुजारी जा रही है. टेंडर हो गया है. जल्द ही इन टूटे हुए स्लीपरों को बदलवा दिया जाएगा.

.....
इस खबर में एसके श्रीवास्तव, पीआरओ उत्तर मध्य रेलवे की बाइट है.

....
श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.