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ऑनलाइन पाठशाला में 'खाकी' सीख रही Cyber Crime की A,B,C,D

साइबर अपराध ( cyber crime) और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए आगरा में पुलिसकर्मियों को ऑनलाइन इसकी बारीकियां सिखाई जा रही हैं. एडीजी राजीव कृष्ष ने साइबर क्राइम जागरूकता कैंपेन की शुरुआत की है. इसके लिए दिल्ली की संस्था साइबर पीस फाउंडेशन (Cyber Peace Foundation) से हाथ मिलाया है.

ऑनलाइन पाठशाला में 'खाकी' सीख रही Cyber Crime की A,B,C,D
ऑनलाइन पाठशाला में 'खाकी' सीख रही Cyber Crime की A,B,C,D
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Published : Jun 14, 2021, 7:29 AM IST

Updated : Jun 22, 2021, 7:00 PM IST

आगरा: दुनिया में स्मार्टफोन, कंप्यूटर और इंटरनेट अब सभी की लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गए हैं. जैसे-जैसे 'संचार का संसार' बढ़ रहा. वैसे ही 'साइबर क्राइम' और साइबर क्रिमिनल की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बढ़ते 'साइबर क्राइम' से आमजन को बचाने और डिजिटल इन्वेस्टिगेशन पुख्ता करने के लिए एडीजी राजीव कृष्ण ने आगरा जोन में साइबर क्राइम जागरूकता कैंपेन शुरू किया है, जिसके तहत अब साइबर क्राइम एक्सपर्ट 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को 'साइबर क्राइम' और 'साइबर सिक्योरिटी' की बारीकियां सिखा रहे हैं. पढ़िए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

जानकारी देते एडीजी

इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ने से जरा सी गलती लोगों को साइबर क्राइम का शिकार बना रही है. जहां एक ओटीपी और क्लिक पर लोगों के बैंक खाता साफ हो रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर लोगों की बढ़ती सक्रियता भी 'साइबर क्राइम' का शिकार बना रही है. आमजन साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक नहीं है. हमारी पुलिस भी साइबर क्राइम के मामले इन्वेस्टिगेशन में ट्रेंड नहीं है.


साढ़े आठ हजार साइबर क्राइम की शिकायतें मिली

एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि बीते साल जोन के सभी जिलों में साढ़े आठ हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की शिकायतें मिलीं. जो अलग-अलग तरह के साइबर क्राइम की थी, जिसमें करीब 70% शिकायतें ऑनलाइन मिलीं. 30% पीड़ितों ने अपनी शिकायतें थाने पर आ कर दी. इतनी शिकायतों का निस्तारण जिले की साइबर सेल नहीं कर सकती है. इसलिए थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी साइबर क्राइम में एक्सपर्ट होना जरूरी है. इस सोच के साथ ही साइबर क्राइम जागरूकता कैंपेन की शुरुआत की. इसके लिए दिल्ली की संस्था साइबर पीस फाउंडेशन से हाथ मिलाया है. यही फाउंडेशन अब ऑनलाइन साइबर क्राइम की पाठशाला संचालित करके पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दे रहा है.


सिपाही और इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग

एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि, साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' में आगरा जोन के सभी आठ जिलों के 160 थानों के करीब 850 पुलिसकर्मी शामिल हैं. जो सिपाही, सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर हैं. ट्रेनिंग में महिला डेस्क की पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं. क्योंकि, तमाम साइबर क्राइम के मामले महिलाओं से संबंधित होते हैं. साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' 12 सत्र की है. साइबर क्राइम एक्सपर्ट के साथ ही खुद एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी भी 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को अलग-अलग विषय की जानकारी देंगे.


इन विषयों की दी जा रही ट्रेनिंग


एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि जोन के पुलिसकर्मियों को 'साइबर क्राइम एक्सपर्ट कॉप'(cyber crime expert cop) के रूप में तैयार किया जा रहा है. जोन के हर थाने के पुलिसकर्मी इसमें शामिल किए गए हैं. साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को साइबर क्राइम की बेसिक जानकारी के साथ ही फाइनेंशियल फ्रॉड (financial fraud) सोशल मीडिया क्राइम(social media crime) कलेक्शन ऑफ डिजिटल एविडेंस (Collection of Digital Evidence) सहित अन्य विषयों की जानकारी दी जा रही है. हर सत्र में एक अलग टॉपिक होता है.


साइबर क्राइम ट्रेनिंग में ये जिले शामिल


आगरा जोन में आगरा और अलीगढ़ रेंज है. दोनों रेंज में आठ जिले हैं. यह जिले आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फीरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज और एटा हैं.

आगरा: दुनिया में स्मार्टफोन, कंप्यूटर और इंटरनेट अब सभी की लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गए हैं. जैसे-जैसे 'संचार का संसार' बढ़ रहा. वैसे ही 'साइबर क्राइम' और साइबर क्रिमिनल की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बढ़ते 'साइबर क्राइम' से आमजन को बचाने और डिजिटल इन्वेस्टिगेशन पुख्ता करने के लिए एडीजी राजीव कृष्ण ने आगरा जोन में साइबर क्राइम जागरूकता कैंपेन शुरू किया है, जिसके तहत अब साइबर क्राइम एक्सपर्ट 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को 'साइबर क्राइम' और 'साइबर सिक्योरिटी' की बारीकियां सिखा रहे हैं. पढ़िए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

जानकारी देते एडीजी

इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ने से जरा सी गलती लोगों को साइबर क्राइम का शिकार बना रही है. जहां एक ओटीपी और क्लिक पर लोगों के बैंक खाता साफ हो रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर लोगों की बढ़ती सक्रियता भी 'साइबर क्राइम' का शिकार बना रही है. आमजन साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक नहीं है. हमारी पुलिस भी साइबर क्राइम के मामले इन्वेस्टिगेशन में ट्रेंड नहीं है.


साढ़े आठ हजार साइबर क्राइम की शिकायतें मिली

एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि बीते साल जोन के सभी जिलों में साढ़े आठ हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की शिकायतें मिलीं. जो अलग-अलग तरह के साइबर क्राइम की थी, जिसमें करीब 70% शिकायतें ऑनलाइन मिलीं. 30% पीड़ितों ने अपनी शिकायतें थाने पर आ कर दी. इतनी शिकायतों का निस्तारण जिले की साइबर सेल नहीं कर सकती है. इसलिए थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी साइबर क्राइम में एक्सपर्ट होना जरूरी है. इस सोच के साथ ही साइबर क्राइम जागरूकता कैंपेन की शुरुआत की. इसके लिए दिल्ली की संस्था साइबर पीस फाउंडेशन से हाथ मिलाया है. यही फाउंडेशन अब ऑनलाइन साइबर क्राइम की पाठशाला संचालित करके पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दे रहा है.


सिपाही और इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग

एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि, साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' में आगरा जोन के सभी आठ जिलों के 160 थानों के करीब 850 पुलिसकर्मी शामिल हैं. जो सिपाही, सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर हैं. ट्रेनिंग में महिला डेस्क की पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं. क्योंकि, तमाम साइबर क्राइम के मामले महिलाओं से संबंधित होते हैं. साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' 12 सत्र की है. साइबर क्राइम एक्सपर्ट के साथ ही खुद एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी भी 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को अलग-अलग विषय की जानकारी देंगे.


इन विषयों की दी जा रही ट्रेनिंग


एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि जोन के पुलिसकर्मियों को 'साइबर क्राइम एक्सपर्ट कॉप'(cyber crime expert cop) के रूप में तैयार किया जा रहा है. जोन के हर थाने के पुलिसकर्मी इसमें शामिल किए गए हैं. साइबर क्राइम की 'ऑनलाइन पाठशाला' में पुलिसकर्मियों को साइबर क्राइम की बेसिक जानकारी के साथ ही फाइनेंशियल फ्रॉड (financial fraud) सोशल मीडिया क्राइम(social media crime) कलेक्शन ऑफ डिजिटल एविडेंस (Collection of Digital Evidence) सहित अन्य विषयों की जानकारी दी जा रही है. हर सत्र में एक अलग टॉपिक होता है.


साइबर क्राइम ट्रेनिंग में ये जिले शामिल


आगरा जोन में आगरा और अलीगढ़ रेंज है. दोनों रेंज में आठ जिले हैं. यह जिले आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फीरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज और एटा हैं.

Last Updated : Jun 22, 2021, 7:00 PM IST
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