आगरा : जनपद के थाना डौकी, ताजगंज और शमशाबाद क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई. घटना के तीसरे दिन एडीजी राजीव कृष्ण और कमिश्नर अमित कुमार सहित कई अधिकारी बुधवार को पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे. आगरा कमिश्नर अमित कुमार और एडीजी राजीव कृष्ण बुधवार को गांव कोलारा कलां और देवरी पहुंचे. इस दौरान एडीजी और कमिश्नर ने मृतकों के परिजनों से बातचीत करके अवैध शराब की बिक्री के संबंध में जानकारी जुटाई. एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि, अब तक आगरा में 10 लोगों की शराब पीने से मौत की जानकारी मिली है. घटना के संबंधित हर पहलू की जांच की जा रही है. इस प्रकरण में जो दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि, रक्षाबंधन के पर्व पर आगरा में जहरीली शराब ने कहर बरपाया था. जिले के डौकी थाना क्षेत्र के गांव कोलारा कलां में सोमवार को 2 व्यक्ति राधे और अनिल की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी. उसके अगले दिन यानी मंगलवार को कोलारा कलां गांव में एक अन्य व्यक्ति रामवीर व बरकुला में ग्याप्रसाद की मौत हुई थी. इसी क्रम में सोमवार को ताजगंज थाना क्षेत्र के गांव देवरी में ताराचंद, रामसहाय और चंदू की मौत हुई थी. जिसके बाद उसी गांव में मंगलवार की रात सुनील की मौत की मौत हुई थी. शमशाबाद थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी जहानसिंस में सोमवार को रूप सिंह और मंगलवार को उसके छोटे भाई राजू की मौत हो गई.
आगरा में जिन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. उनके परिजनों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से आर्थिक सहायता की मांग की है. मृतकों के परिजनों का कहना है कि जिन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है, वे गरीब थे. उनके परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं. ऐसे में अब परिवार का कमाने वाला मुखिया नहीं है तो परिवार का खर्चा कैसे चलेगा. मृतकों के परिजनों ने सरकार से दस-दस लाख रुपये की आर्थिक मदद और उनके बच्चों के पढ़ाई के खर्चे की मांग की.