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नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक: अनोखे प्रयास से प्लास्टिक मुक्त हुआ 'ताज नेचर वॉक'

प्लास्टिक का प्रयोग हमारे और हमारी अगली पीढ़ी के लिए कितना खतरनाक है इस बात को समझना बहुत जरूरी है. भारत सरकार लगातार नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक की दिशा में काम कर रही है. इसी दिशा में आगरा के 'ताज नेचर वॉक' ने अनोखा प्रयास किया है.

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Published : Feb 6, 2020, 6:48 PM IST

आगराः वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग में प्लास्टिक सबसे बड़ा कारण है. ताजमहल से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित 'ताज नेचर वॉक' ने प्लास्टिक के प्रयोग में कमी लाने के लिए अहम पहल की है. 'ताज नेचर वॉक' में प्रकृति का आनंद लेने और ताजमहल को निहारने वाले पर्यटकों के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है.

यहां से अलग अंदाज में दिखता है ताज
'ताज नेचर वॉक' प्राकृतिक विविधताओं से भरा हुआ है. यहां पर जहां तमाम तरह के पौधे हैं. वहीं ताजमहल भी यहां से अलग अंदाज में दिखाई देता है. इसलिए ताज नेचर वॉक भी टूरिस्टों की पसंद बन गया है.

ताज नेचर वॉक का अनोखा प्रयास.

पहले रहती थी गंदगी की समस्या
'ताज नेचर वॉक' में आने वाले टूरिस्ट पहले प्लास्टिक की बोतल और चिप्स के रैपर अंदर ही छोड़ देते थे, जिससे गंदगी की समस्या बनी रहती थी, लेकिन टोकन सिस्टम लागू करने के बाद यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो गई है.

मुहिम के बाद ताज नेचर वॉक हुआ प्लास्टिक मुक्त
अब टूरिस्ट प्लास्टिक की बोतल या अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक का कोई भी आइटम 'ताज नेचर वॉक' में लेकर जाता है, तो उसे 20 रुपये का टोकन लेना पड़ता है. पार्क से बाहर निकलते समय टूरिस्ट को प्लास्टिक डस्टबिन में डालना होता है, जिसके बाद उसके 20 रुपये वापस कर दिए जाते हैं. इस मुहिम के शुरु होने के बाद से 'ताज नेचर वॉक' पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त हो गया है.

यह भी पढ़ेंः-ब्राजील के राष्ट्रपति ने बेटियों संग ताजमहल का किया दीदार..... देखें तस्वीरें

हजारों साल नष्ट नहीं होता प्लास्टिक का कचरा
प्लास्टिक एक ऐसा खतरनाक कचरा है जो हजारों साल तक नष्ट नहीं होता, इस खतरनाक कचरे से बचने दिशा में भारत सरकार के साथ ईटीवी भारत लगातार प्रयास कर रहा है. हर भारतीय की कोशिश होनी चाहिए कि इस मुहिम से जुड़ें और अपने देश को स्वच्छ बनाने में योगदान करें.

आगराः वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग में प्लास्टिक सबसे बड़ा कारण है. ताजमहल से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित 'ताज नेचर वॉक' ने प्लास्टिक के प्रयोग में कमी लाने के लिए अहम पहल की है. 'ताज नेचर वॉक' में प्रकृति का आनंद लेने और ताजमहल को निहारने वाले पर्यटकों के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है.

यहां से अलग अंदाज में दिखता है ताज
'ताज नेचर वॉक' प्राकृतिक विविधताओं से भरा हुआ है. यहां पर जहां तमाम तरह के पौधे हैं. वहीं ताजमहल भी यहां से अलग अंदाज में दिखाई देता है. इसलिए ताज नेचर वॉक भी टूरिस्टों की पसंद बन गया है.

ताज नेचर वॉक का अनोखा प्रयास.

पहले रहती थी गंदगी की समस्या
'ताज नेचर वॉक' में आने वाले टूरिस्ट पहले प्लास्टिक की बोतल और चिप्स के रैपर अंदर ही छोड़ देते थे, जिससे गंदगी की समस्या बनी रहती थी, लेकिन टोकन सिस्टम लागू करने के बाद यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो गई है.

मुहिम के बाद ताज नेचर वॉक हुआ प्लास्टिक मुक्त
अब टूरिस्ट प्लास्टिक की बोतल या अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक का कोई भी आइटम 'ताज नेचर वॉक' में लेकर जाता है, तो उसे 20 रुपये का टोकन लेना पड़ता है. पार्क से बाहर निकलते समय टूरिस्ट को प्लास्टिक डस्टबिन में डालना होता है, जिसके बाद उसके 20 रुपये वापस कर दिए जाते हैं. इस मुहिम के शुरु होने के बाद से 'ताज नेचर वॉक' पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त हो गया है.

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हजारों साल नष्ट नहीं होता प्लास्टिक का कचरा
प्लास्टिक एक ऐसा खतरनाक कचरा है जो हजारों साल तक नष्ट नहीं होता, इस खतरनाक कचरे से बचने दिशा में भारत सरकार के साथ ईटीवी भारत लगातार प्रयास कर रहा है. हर भारतीय की कोशिश होनी चाहिए कि इस मुहिम से जुड़ें और अपने देश को स्वच्छ बनाने में योगदान करें.

Intro:स्पेशल....
डेस्क ध्यानार्थ... यह खबर ईटीवी भारत की प्लास्टिक की मुहिम को लेकर तैयार की गई है. प्लीज उसी तरह से इसकी पैकेजिंग की जाए.

आगरा.
मोहब्बत की निशानी ताजमहल की दुनियां दीवानी है. देश-विदेश से हजारों पर्यटक आगरा आते हैं. ताजमहल के बाद जब रास्तों से गुजरते हैं और यमुना को देखते हैं तो प्लास्टिक ही प्लास्टिक नजर आती है. यही सिंगल यूज्ड प्लास्टिक अब ग्लोबल वार्मिंग में सबसे बड़ा कारण है. वन विभाग ने ताजमहल से 500 मीटर दूर स्थित 'ताज नेचर वॉक' को प्लास्टिक फ्री करने की मुहिम शुरू की है. इसके लिए एक अनूठी पहल की है. ताज नेचर वॉक में प्रकृति का आनंद लेने वाले और मोहब्बत की निशानी ताजमहल को निहारने वाले पर्यटकों के लिए टोकन व्यवस्था लागू की है. यदि टूरिस्ट प्लास्टिक की बोतल या अन्य सिंगल यूज़ प्लास्टिक का कोई भी आइटम लेकर जाता है तो उसे ₹20 का टोकन लेना होगा. ₹20 की चोट (जाने) लगने के डर से प्लास्टिक फ्री मुहिम सफल होती दिख रही है. क्योंकि, वन विभाग की इस मुहिम का असर भी दिखाई देने लगा है. ताज नेचर वॉक में अब कहीं भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक नहीं दिखाई देती है.


Body:ताजमहल के पूर्वी गेट से सटे ताज नेचर वॉक में प्लास्टिक पर प्रतिबंध अमल करने के लिए वन विभाग ने एक पहले अनूठी पहल की. ताज नेचर वॉक प्राकृतिक विविधताओं से भरा हुआ है. यहां पर जहां तमाम तरह के पौधे हैं. ताजमहल भी अलग अंदाज में दिखाई देता है. इसलिए ताज नेचर वॉक भी टूरिस्टों की पसंद बन गया है.

अच्छी पहल है, गंदगी नहीं
पर्यटक रोहित यादव ने बताया कि, मेरे पास पानी की बोतल थी. जब मैं टिकट विंडो पर आया तो यहां मुझे कर्मचारी ने बताया कि यदि पानी की बोतल ताज नेचर वॉक में साथ लेकर जानी है तो ₹20 का टोकन लेना होगा. और मुझे समझाया गया कि खाली बोतल साथ वापस लाने और डस्टबिन में दिखाकर डालने पर टोकन के ₹20 दे दिए जाएंगे. मैंने टोकन लिया और ताज नेचर वॉक में गया. अब वापस आया हूं तो प्लास्टिक की बोतल दिखाकर टोकन टिकट विंडो के कर्मचारी को दिया है. जिस पर मुझे ₹20 वापस मिल गए हैं. यह एक अच्छी पहल है. इससे ताज नेचर वॉक में साफ-सफाई रहेगी.

प्लास्टिक फ्री जोन बना ताज नेचर वॉक
ताज नेचर वॉक के माली गोविंद ने बताया कि ताज नेचर वॉक को प्लास्टिक फ्री जोन बनाना है. जिससे कोई गंदगी न फैला सके. पहले हम कोई भी आइटम अंदर ले जाने के लिए अलाउड नहीं करते थे. अब प्लास्टिक फ्री जोन के लिए मुहिम शुरू की गई है. इसलिए अब कोई भी प्लास्टिक की बोतल या अन्य खाद्य पदार्थ ले जा सकता है. इसके लिए पानी की बोतल पर 20 रुपए लेकर एक टोकन दिया जाता है. जब वह व्यक्ति ताज नेचर वॉक से बाहर आएगा तो उसे पानी की प्लास्टिक की बोतल और अन्य सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का आइटम दिखाकर डस्टबिन में डालना होगा. इसके बाद टोकन उसे ₹20 वापस कर दिए जाएंगे.

टोकन सिस्टम लागू किया
सामाजिक वानिकी डीएफओ मनीष मित्तल ने बताया कि, ताज नेचर वॉक में आने वाले टूरिस्ट जहां-तहां पानी की प्लास्टिक बोतल छोड़ देते थे. चिप्स और अन्य आइटम के रैपर छोड़ देते थे. यह सिंगल यूज्ड आइटम से गंदगी होती थी. इसलिए अब ताज नेचर वॉक की टिकट विंडो पर टिकट लेने वाले व्यक्ति से सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में पूछा जाता है. और उसे बताया जाता है, कि परिसर प्लास्टिक फ्री जोन है. ऐसे में यदि आप अपने साथ पानी की बोतल या सिंगल यूज़ प्लास्टिक में कोई पैक्ड फूड आइटम या अन्य में कोई खाद्य पदार्थ लेकर जा रहे हैं तो उसके लिए टोकन लेना होगा. जब आप खाली पानी की बोतल या अन्य सिंगल यूज़ प्लास्टिक के रैपर वापस दिखाएंगे तो टोकन लेकर रुपए वापस कर दिए जाएंगी.




Conclusion:ताजनगरी में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक प्रतिबंधित है. ईटीवी भारत भी इस मुहिम का एक अहम हिस्सा है. आगरा में मगर प्लास्टिक की बिक्री और उपयोग पर रोक नहीं लग रही है. वन विभाग ने ताज नेचर वॉक को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए अनूठी पहल की है.

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बाइट...रोहित यादव, पर्यटक की। (पहचान नीले रंग की शर्ट और हाथ में पानी की बोतल)


बाइट ....गोविंद, माली (ताज नेचर वॉक) की। (पहचान ग्रीन कलर की जैकेट पहने हैं)


बाइट .....मनीष मित्तल, डीएफओ सामाजिक वानिकी (आगरा) की। (पहचान ग्रीन कलर की जैकेट पहने हैं और चेयर पर बैठे हैं)


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श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
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