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दारोगा हत्याकांड: हत्यारोपी ने उठाया था दारोगा के निहत्थे होने फायदा

आगरा में खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार को हुई दारोगा की हत्याकांड में नई चर्चा है. पुलिस महकमे में चर्चा है कि जिस दिन यह वारदात हुई थी उस दिन शहीद दारोगा प्रशांत कुमार निहत्थे सिपाही के साथ गए थे. इसी का फायदा आरोपी विश्वनाथ ने उठाया था. वहीं पुलिस अभी भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है.

दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल कक्ष.
दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल कक्ष.
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Published : Mar 26, 2021, 11:54 PM IST

आगराः जिले के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार शाम शहीद प्रशांत कुमार और सिपाही निहत्थे गए थे. जबकि फरार 50 हजार का इनामी आरोपी विश्वनाथ अधिकतर समय अपने साथ तमंचा लेकर गांव में घूमता था. पुलिस को निहत्था देखकर उसके हौसले बुलंद हो गए. जब निहत्थे एसआई प्रशांत कुमार ने विश्वनाथ को पकड़ने के लिए दौड़ लगाई तो उसने सीधे फायर कर दिया था. इसको लेकर अब पुलिस महकमे में भी खूब चर्चा हो रही है.

गांव में घूमता था तमंचा लेकर

फरार आरोपी विश्वनाथ दबंग प्रवृत्ति का बताया जा रहा है. वह गांव में लोगों पर खूब दबंगई दिखाता था. खंदौली पुलिस ने अब जब ग्रामीणों से पूछताछ की तो यह सामने आया है कि फरार आरोपी अक्सर गांव में तमंचा लेकर घूमा करता था. उसका कई बार भाई शिवनाथ से विवाद हो चुका था. तब भी वह कई बार फायरिंग भी कर चुका था. अक्सर दोनों भाईयों के बीच पंचायत के बाद समझौत हो जाता था. इसलिए शिवनाथ ने कभी शिकायत नहीं की. ऐसे ही गांव के लोगों से भी उसका कई बार विवाद हुआ. तब भी उसने फायरिंग कर दी थी. मगर किसी ने लिखित शिकायत नहीं की तो पुलिस भी इससे अनजान रही. विश्वनाथ के खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में बस एक ही मुकदमा है, जो बिजली चोरी का है. यह मुकदमा 2009 में दर्ज हुआ था. आरोपी खेती के साथ ही ब्याज का काम करता है. यह जानकारी ग्रामीणों से पुलिस को मिली है.

दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल हाल.
दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल हाल.

आरोपी की तलाश जारी

एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि शहीद एसआई प्रशांत कुमार और सिपाही चंद्रसेन पास के गांव में पंचायत चुनाव के कार्य के चलते गए थे. इसलिए दोनों निहत्थे थे. जब उन्हें गांव नहर्रा में झगड़े की सूचना मिली तो वहां से मौके पर पहुंच गए. आरोपी की तलाश में लगातार टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं. जल्द ही आरोपी पुलिस की पकड़ में होगा.

सूचना देने वाले का नाम रखा जाएगा गोपनीय

शहीद दारोगा प्रशांत कुमार यादव के हत्यारोपी विश्वनाथ पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है. यह इनाम आईजी की ओर से जारी किया गया था. इस आदेश में यह भी लिखा है कि आरोपी के बारे में सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा. कोइ भी व्यक्ति पुलिस के सरकारी नंबर पर भी सूचना दे सकता है.

इसे भी पढ़ें- छात्रा से दुराचार मामले में चिन्मयानंद बरी

शहीद प्रशांत कुमार मेमोरियल हाल का हुआ शिलान्यास

वहीं स्थानांतरण होने पर विदाई से पहले एसएसपी बबलू कुमार ने शुक्रवार देर शाम पुलिस लाइन में नवसृजित हाॅल का नाम शहीद एसआई प्रशांत कुमार यादव के नाम पर शहीद प्रशांत कुमार मेमोरियल कक्ष रख दिया. उन्होंने कक्ष का शिलान्यास किया. इधर पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें अभी फरार आरोपी विश्वनाथ को पकड़ने में नाकाम रही हैं.

शहीद दारोगा प्रशांत कुमार.
शहीद दारोगा प्रशांत कुमार.

आलू खोदने के विवाद में चली थी गोली

गांव नहर्रा निवासी विजय सिंह के बेटे शिवनाथ और विश्वनाथ के बीच सात बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. विजय सिंह ने अभी सात बीघा जमीन बडे़ बेटे शिवनाथ को पट्टे पर दे दी थी. जिसमें शिवनाथ ने आलू की खेती थी. बुधवार सुबह आलू की खुदाई को लेकर शिवनाथ का छोटे भाई विश्वनाथ से विवाद हो गया. इस विवाद को सुलझाने के लिए बुधवार शाम साढ़े सात बजे एसआई प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन गए थे. जहां पर विश्वनाथ तमंचा लेकर खड़ा था. एसआई प्रशांत कुमार यादव ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो उसने गोली चला दी. इसमें प्रशांत कुमार यादव की मौके पर ही मौत हो गई थी.

आगराः जिले के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार शाम शहीद प्रशांत कुमार और सिपाही निहत्थे गए थे. जबकि फरार 50 हजार का इनामी आरोपी विश्वनाथ अधिकतर समय अपने साथ तमंचा लेकर गांव में घूमता था. पुलिस को निहत्था देखकर उसके हौसले बुलंद हो गए. जब निहत्थे एसआई प्रशांत कुमार ने विश्वनाथ को पकड़ने के लिए दौड़ लगाई तो उसने सीधे फायर कर दिया था. इसको लेकर अब पुलिस महकमे में भी खूब चर्चा हो रही है.

गांव में घूमता था तमंचा लेकर

फरार आरोपी विश्वनाथ दबंग प्रवृत्ति का बताया जा रहा है. वह गांव में लोगों पर खूब दबंगई दिखाता था. खंदौली पुलिस ने अब जब ग्रामीणों से पूछताछ की तो यह सामने आया है कि फरार आरोपी अक्सर गांव में तमंचा लेकर घूमा करता था. उसका कई बार भाई शिवनाथ से विवाद हो चुका था. तब भी वह कई बार फायरिंग भी कर चुका था. अक्सर दोनों भाईयों के बीच पंचायत के बाद समझौत हो जाता था. इसलिए शिवनाथ ने कभी शिकायत नहीं की. ऐसे ही गांव के लोगों से भी उसका कई बार विवाद हुआ. तब भी उसने फायरिंग कर दी थी. मगर किसी ने लिखित शिकायत नहीं की तो पुलिस भी इससे अनजान रही. विश्वनाथ के खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में बस एक ही मुकदमा है, जो बिजली चोरी का है. यह मुकदमा 2009 में दर्ज हुआ था. आरोपी खेती के साथ ही ब्याज का काम करता है. यह जानकारी ग्रामीणों से पुलिस को मिली है.

दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल हाल.
दारोगा प्रशांत कुमार के नाम पर मेमोरियल हाल.

आरोपी की तलाश जारी

एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि शहीद एसआई प्रशांत कुमार और सिपाही चंद्रसेन पास के गांव में पंचायत चुनाव के कार्य के चलते गए थे. इसलिए दोनों निहत्थे थे. जब उन्हें गांव नहर्रा में झगड़े की सूचना मिली तो वहां से मौके पर पहुंच गए. आरोपी की तलाश में लगातार टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं. जल्द ही आरोपी पुलिस की पकड़ में होगा.

सूचना देने वाले का नाम रखा जाएगा गोपनीय

शहीद दारोगा प्रशांत कुमार यादव के हत्यारोपी विश्वनाथ पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है. यह इनाम आईजी की ओर से जारी किया गया था. इस आदेश में यह भी लिखा है कि आरोपी के बारे में सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा. कोइ भी व्यक्ति पुलिस के सरकारी नंबर पर भी सूचना दे सकता है.

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शहीद प्रशांत कुमार मेमोरियल हाल का हुआ शिलान्यास

वहीं स्थानांतरण होने पर विदाई से पहले एसएसपी बबलू कुमार ने शुक्रवार देर शाम पुलिस लाइन में नवसृजित हाॅल का नाम शहीद एसआई प्रशांत कुमार यादव के नाम पर शहीद प्रशांत कुमार मेमोरियल कक्ष रख दिया. उन्होंने कक्ष का शिलान्यास किया. इधर पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें अभी फरार आरोपी विश्वनाथ को पकड़ने में नाकाम रही हैं.

शहीद दारोगा प्रशांत कुमार.
शहीद दारोगा प्रशांत कुमार.

आलू खोदने के विवाद में चली थी गोली

गांव नहर्रा निवासी विजय सिंह के बेटे शिवनाथ और विश्वनाथ के बीच सात बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. विजय सिंह ने अभी सात बीघा जमीन बडे़ बेटे शिवनाथ को पट्टे पर दे दी थी. जिसमें शिवनाथ ने आलू की खेती थी. बुधवार सुबह आलू की खुदाई को लेकर शिवनाथ का छोटे भाई विश्वनाथ से विवाद हो गया. इस विवाद को सुलझाने के लिए बुधवार शाम साढ़े सात बजे एसआई प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन गए थे. जहां पर विश्वनाथ तमंचा लेकर खड़ा था. एसआई प्रशांत कुमार यादव ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो उसने गोली चला दी. इसमें प्रशांत कुमार यादव की मौके पर ही मौत हो गई थी.

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