आगरा: कोरोना संक्रमण काल के दौरान बुधवार को बुलाए गए नगर निगम के विशेष सदन में शहर की सफाई व्यवस्था पर हंगामा हुआ. चार बार के सभासद ने सीधे मेयर पर आरोप लगाए. इसके साथ ही सदन वर्ष 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण पर नई रणनीति बनाने पर चर्चा हुई. जिससे जिले को अब टॉप टेन में शामिल कराया जा सके.
कोरोना संक्रमण के चलते बुधवार को सूरसदन में विशेष सदन बुलाया गया. सदन की शुरुआत में पार्षद ने सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाए. मेयर नवीन जैन एवं नगरायुक्त निखिल टीकाराम मंचासीन थे. जिसमें पार्षद रवि माथुर ने सफाई व्यवस्था पर कहा कि, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन तरीके से नहीं हो रहा है. चार बार के पार्षद शोभाराम राठौर ने निगम के सदन में महापौर पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि महापौर ने नगरायुक्त को दवाब में लाने के लिए सदन बुलाया है. इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया. इस पर महापौर ने पार्षद शोभाराम राठौर पर कार्रवाई की चेतावनी दी. पहले ही सदन में हंगामा होने की आशंका से निगम का टास्क फोर्स एवं पुलिस बल तैनात कर दिया गया था.
निगम के सौ वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था पटरी से उतर गई है. न तो ठीक से झाड़ू लग रही है और न ही कूड़ा उठाया जा रहा है. निगम कार्यालय में हर दिन सौ से अधिक शिकायतें मिल रही हैं. शिकायतों का निस्तारण भी ठीक से नहीं हो रहा है. जिसको लेकर फिर से पार्षदों ने सफाई को लेकर विशेष सदन बुलाने की मांग की थी.
मेयर नवीन जैन ने बताया कि सूरसदन में बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं दिया गया. सैनिटाइजेशन के बाद ही प्रवेश मिला. सदन में वर्ष 2021 में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर भी रणनीति बनाने पर चर्चा हुई है. जिससे आगरा को टॉप 10 शहरों में शामिल किया जा सके. वर्ष 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में आगरा 85वें स्थान से आगे बढ़कर 16 वें स्थान पर आया हैययय. अब इसे टॉप टेन की सूची में शामिल करने को लेकर अभी से रणनीति बनाई जा रही है.