आगरा: सेना में नायक के पद पर तैनात जितेंद्र सिंह ने वर्ष 2022 में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शरीर में तीन गोली लगने के बाद भी सात आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. मुठभेड़ के दौरान उन्होंने लगभग 80 मीटर जख्मी होने के बाद भी चलकर अपने साथियों के पास पहुंचे थे. इस वीरता को देखते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें कीर्ति पदक से सम्मानित किया है. सैनिक जितेंद्र सिंह आगरा जिले के फतेहाबाद थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
फतेहाबाद थाना क्षेत्र के धौर्रा गांव निवासी जितेंद्र सिंह का जन्म 20 जुलाई 1990 में हुआ था. जितेंद्र सिंह अपने पिता गुरनाम सिंह और मां गिरिजादेवी के सबसे बड़े बेटे हैं. जितेंद्र का छोटा भाई प्रमोद सिंह, दो बहन राजेश और सीमा हैं. इन्होंने वर्ष 2006 में हाईस्कूल पास करने के बाद वर्ष 2010 में सेना में सिपाही के पद पर 44 आरआर पुलवामा रेजिमेंट में तैनाती हुई.
27 अप्रैल 2022 में मिथरी गांव में आतंकवादियों के ऑपरेशन में जितेंद्र सिंह के ऊपर आतंकवादियों ने तीन गोलियां दाग दी थी, जिसमें एक गोली हाथ, दूसरी गोली कांख और तीसरी गोली दांये पैर में लगी थी. इसके बाद भी उन्होंने पांच आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. जख्मी हालत में लगभग 80 मीटर दूरी पर गिरते हुए उनके पास पहुंचे थे. जितेंद्र सिंह ने मोबाइल पर बताया कि अब तक वह 24 ऐसे ऑपरेशनों में भाग लिया है. जितेंद्र सिंह वर्तमान मे राजपूत रेजिमेंट में तैनात हैं.
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