आगराः कोरोना महामारी से बचने के लिए देश में प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार लॉकडाउन लगाया था. लॉकडाउन समाप्त होने के बाद फिर से एक बार कोरोना का प्रकोप देश में फैलने लगा है. इसके साथ ही साथ आगरा जिले में भी कोरोना के केस लगातार के सामने आ रहे हैं. वहीं कोरोना की रोकथाम के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर टनल लगाया गया था, जिसमें से होकर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों को प्रवेश करना था, लेकिन टनल का निरीक्षण किया गया तो पता चला कि वह कई दिनों से बंद पड़ा है.
दरअसल आगरा में कई संस्थानों में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस तरह के सैनिटाइजर टनल लगाए गए थे, जिसमें से निकलने पर व्यक्ति के शरीर पर सैनिटाइजर का छिड़काव होता था और व्यक्ति के शरीर का बाहरी हिस्सा, उसके कपड़े और उसके साथ की वस्तुएं अगर किसी संक्रमित द्वारा छू ली गई हैं तो वह सब संक्रमण मुक्त हो जाती थीं.
ऐसा ही एक टनल विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर लगाया गया था, जिसमें से छात्र छात्राएं और विश्वविद्यालय कर्मचारी प्रवेश कर रहे थे, लेकिन अब यह टनल कई दिनों से बंद पड़ा है. विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले लोग टनल के बगल से होकर निकल जाते हैं, जिससे विश्वविद्यालय में संक्रमण का खतरा फैलने की संभावना बन गई है.
विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना है कि जिस एजेंसी से टनल खरीदा गया था. उस एजेंसी को इस बारे में बता दिया गया है. क्योंकि यह टनल अब खराब हो चुका है तो एजेंसी दूसरे टनल का इंतजाम कर रही है. जल्द ही यहां पर नया टनल लगा दिया जाएगा और विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले लोग फिर से सैनिटाइजर टनल के अंदर से होकर ही आएंगे.