आगरा: जिले में सोमवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को उनकी पार्टी के कार्यालय पर पुलिस ने नजरबंद कर दिया. सपाई कार्यालय पर एकत्रित होकर महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का माल्यार्पण करने जा रहे थे. वहीं सपाइयों ने इसे अत्याचार बताया है, साथ ही बीते दिन भाजपा विधायक द्वारा लॉकडाउन में जुलूस निकाल जाने पर भी कार्रवाई न होने का हवाला दिया है.
सपा कार्यालय छावनी में तब्दील
जनपद आगरा में सोमवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राम गोपाल बघेल व शहर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ ताजगंज स्थित अहिल्याबाई होल्कर और दुर्गादास राठौड़ की मूर्ति पर माल्यार्पण किया जाना था. जिसके लिए समाजवादी पार्टी के ताजगंज स्थित कार्यालय पर दोनों अध्यक्ष व कार्यकर्ता पहुंचे थे. उनके पहुंचते ही वहां थाना ताजगंज पुलिस व सीओ सदर भी पहुंचे. मौजूदा पुलिस बल ने कार्यालय को छावनी बना दिया. पुलिस ने कार्यकर्ताओं के बाहर जाने पर रोक लगाते हुए उन्हें वहीं नजरबंद कर दिया.
पुलिस और सपाइयों में नोकझोंक
इस दौरान पुलिस और सपाइयों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. मौके पर एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद भी पहुंचे. एसपी ने सपाइयों से बातचीत कर कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया. सपाइयों ने इस कृत्य को पुलिस द्वारा किया गया अत्याचार बताया है.
पुलिस पर अत्याचार का आरोप
सपा जिलाध्यक्ष राम गोपाल ने पुलिस पर अत्याचार करने के आरोप लगाते हुए कहा कि वो कहीं भी जाते हैं तो उससे पहले पुलिस वहां पहुंच जाती है. उन्हें माल्यार्पण से रोक दिया गया. जबकि रविवार को भाजपा के विधायक योगेंद्र उपाध्याय का जुलूस निकाला गया और जमकर जनता को कोरोना बांटा गया. उस दौरान पुलिस उन पर कार्रवाई की बजाय सुरक्षा दे रही थी. वहीं मामले में पुलिस अधिकारियों ने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया है.