आगरा: कस्बा खेरागढ़ में मंगलवार देर रात एक मकान की छत गिरने से मासूम समेत एक युवक की मौत हो गई. कमरे में कारोबारी के परिवारीजन जन सो रहे थे कि रात में अचानक कमरे की छत गिर पड़ी. घटना की जानकारी होने पर चीख-पुकार मच गई. इस दौरान आसपास के लोगों ने रेस्क्यू किया. घटना बीती रात करीब दो बजे के नगला उदैया रोड़ की है.
अयेला के सुभाष चंद अपने परिवार के साथ संयुक्त रहते हैं. मंगलवार रात करीब 11 बजे बृजेश उर्फ बंटी की बेटी का रिश्ता तय करके परिवार के सभी सदस्य आगरा से लौटे थे. घर आने पर उन्हें मालूम पड़ा कि बृजेश के कमरे का एसी खराब है तो उसके बच्चे भी भाई विष्णु के कमरे में सो गए. कमरे में दोनों भाइयों के बच्चों सहित कुल 6 लोग सो गए. वहीं, परिवार का एक शख्स जगा हुआ था, जो कॉल पर अपने रिश्तेदारों को बेटी का रिश्ता तय होने की जानकारी दे रहा था. इसी दौरान कमरे की छत से अजीब सी आवाज सुनाई दी. एक पल उन्हें लगा कि बदमाश आ गए हैं.
बदमाशों की आशंका पर उनकी चीख निकल गई और दो सदस्य जागकर बाहर निकले. साथ में पीछे-पीछे विष्णु की 26 वर्षीय पत्नी सुरभि भी चलने लगी. वह कुछ समझ पाते इससे पहले ही इसी दौरान कमरे की छत भरभराकर गिर पड़ी. छत के मलबे में 4 वर्षीय आयुष पुत्र विष्णु और 16 वर्षीय पुनीत पुत्र बृजेश सहित तीन दब गए. बाहर निकलते निकलते विष्णु की पत्नी सुरभि के हाथ पर छत की पटिया गिरी, जिससे वह चोटिल हो गई. छत गिरने से चीख-पुकार मच गई और लोग घरों से बाहर निकल आए.
छत गिरने से मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकालने के लिए रोते बिलखते परिजन ग्रामीणों की सहायता से रेस्क्यू करने में जुट गए. घटना की जानकारी लोगों ने पुलिस को भी दी. लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाहर मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने आयुष और पुनीत को मृत घोषित कर दिया. बच्चों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. घटना की जानकारी पर नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार भी पहुंच गए. परिजनों में शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया.
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