केस एक: दोस्त के बर्थडे पर स्टंटबाजी
11 जून-2023 को सिकंदरा पुलिस ने पांच युवाओं को पकड़कर उनकी छह कारें सीज कीं थी. सोशल मीडिया पर दौडती कारों पर स्टंटबाजी के वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने ये कार्रवाई की थी. मार्बल कारोबारी के बेटे की बर्थडे पर दोस्तों ने स्टंटबाजी से खुद के साथ ही राहगीरों की जान को भी खतरे में डाला था.
केस दो: बर्थडे के जश्न के बाद स्टंटबाजी
22 जून-2023 को सदर थाना पुलिस ने ग्वालियर हाईवे पर सेवला सराय के पास गाड़ी से स्टंटबाजी करने वाले राधेवाली गली, शाहगंज निवासी निखिल, राज और सौरभ को पकड़ा था. एक राहगीर ने उनकी स्टंटबाजी का वीडियो बनाकर पुलिस को ट्वीट किया था. पुलिस ने गाड़ी सीज करके तीनों स्टंटबाज का धारा 151 में चालान किया था.
केस तीन : नाबालिग ने रील बना दिखाई रंगबाजी
11 जुलाई 2023 को नाबालिग ने अपने दोस्तों के साथ आगरा किला के सामने रंगबाजी और बदमाशी दिखाते हुए रील बनाई. इसमें नाबालिग बदमाश मंडली के साथ सडक पर रंगबाजी दिखा रहा है. जब सोशल मीडिया पर नाबालिग और उसके दोस्तों की रंगबाजी की वीडियो वायरल हुई.
केस चार: आत्महत्या का वीडियो किया अपलोड
सदर थाना पुलिस ने मई-2023 को सोशल मीडिया पर आत्महत्या करने का वीडियो अपलोड करने वाली युवती खोज निकाली . पुलिस ने जब युवती से पूछताछ की तो उसने कहा कि सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए उसने यह किया था. इस पर युवती और परिवार ने माफी मांगने पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया था.
ये तो आगरा के महज चंद उदाहरण हैं. आज रील बनाने का क्रेज युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है. रील के लिए युवा कुछ भी कर रहे हैं या कर सकते हैं. न उन्हें खुद की जान की परवाह है और न ही राह चलते लोगों की. यही वजह है कि युवा रील पर लाइक, कमेंट्स और वायरल होने की चाहत में सरेराह वाहनों पर स्टंटबाजी करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. इससे वे खुद के साथ ही दूसरे लोगों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं. यूपी के साथ ही देशभर में सोशल मीडिया पर वायरल रील के क्रेज में युवा हवालात और सलाखों के पीछे तक पहुंच रहे हैं. आगरा की बात करें तो बीते तीन माह में 15 से ज्यादा युवा आगरा में रील बनाने के चक्कर में हवालात या सलाखों के पीछे पहुंच गए. दूसरे दिन वे जमानत पर छूटे. रील पर अधिक लाइक और कमेंट के लिए युवा हद से आगे बढ़ रहे हैं, जो बेहद खतरनाक है.
राहगीरों की जान को भी खतरा
एडीशनल डीसीपी यातायात अरुण चंद बताते हैं कि आगरा में रील के चक्कर में स्टंटबाजी के मामले बढ़े हैं. गाड़ियों से लटककर या तेज गति से दौड रही गाड़ी पर स्टंटबाजी करके रील बनाने वाले युवा सिर्फ अपनी जान खतरे में नहीं डाल रहे उनकी तेज गति से दौड रही गाड़ी की चपेट में कोई राहगीर भी आ सकता है. राहगीर चोटिल हो सकता है.
चालान और गाड़ी सीज का प्रावधान
एडीशनल डीसीपी यातायात अरुण चंद बताते हैं कि सड़क पर असुरक्षित ढंग से वाहन चलाना एमवी एक्ट के तहत अपराध है. इसके तहत चालान और गाडी सीज करने का भी प्रावधान है. हमारे ट्रैफिक पुलिस ऐसा मामला संज्ञान में आने पर कार्रवाई की जाती है. रात में ट्रैफिक की डयूटी नहीं होती है. ऐसे में थाना पुलिस ऐसे मामलों में कार्रवाई करती है.
अभिभावक और शिक्षक बच्चों को संभालें
एडीशनल डीसीपी यातायात अरुण चंद की युवा और जनता से अपील है कि उनका जीवन बहुमूल्य है. समाज और देश के लिए उनका जीवन बहुमूल्य है. अन्य लोगों का भी जीवन अमूल्य है जो सड़क पर चलते हैं. ऐसे में किशोर, युवा और युवकों से अपील है कि सड़क पर वाहन चलाते समय स्टंट ना करें. इससे खुद के साथ ही दूसरे लोगों की जान जोखिम में ना डालें. मेरी अभिभावक और शिक्षिकों से अपील है कि बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दें. उन्हें बताएं कि यातायात नियमों की अनदेखी करना कितना खतरनाक होती है. घर और स्कूलों में बच्चों को उत्तरदायित्व, जिम्मेदारी और गंभीरता का पाठ पढाएं जिससे वे अनुशासित हों. अभिभावकों से अपील की कि तय उम्र से पहले अपने बच्चों को दोपहिया या अन्य वाहन न दें.
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