आगराः जिले में 46 कोविड सेंटर बनाए गए थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से आगरा में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार देखने को मिल रही है. इस कारण कुछ हॉस्पिटल संचालकों ने अपने हॉस्पिटल के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया कि ऑक्सीजन न होने की वजह से अपना कोविड मरीज यहां से ले जाएं. तो कुछ हॉस्पिटल संचालकों ने कोविड सेंटर खत्म करने की मांग कर डाली.
46 कोविड सेंटरों में से 20 की अनुमति रद्द
लगातार कोविड सेंटरों में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण निजी छोटे अस्पतालों ने हाथ खड़ा कर दिया है. उनका कहना है कि अब हम ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा सकते. डीएम आगरा द्वारा बुधवार को 46 कोविड सेंटरों में से 20 कोविड सेंटरों की अनुमति छीन ली गई. अब 26 कोविड सेंटरों में मरीजों का इलाज होगा. इसके बाद निजी अस्पताल संचालकों ने डीएम पर ऑक्सीजन सप्लाई न करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कुछ पर डीएम मेहरबान हैं और कुछ को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं दे रहे हैं.
मरीज भर्ती न करने पर की गई कार्रवाई
डीएम प्रभु नारायण सिंह ने कोविड सेंटरों के संचालकों द्वारा मरीज भर्ती न करने का नोटिस चस्पा करने पर यह कार्रवाई की है. आगरा सीएमओ आरसी पांडे ने बताया कि निजी अस्पताल मरीजों को ऑक्सीजन के लिए पैनिक कर रहे थे इसलिए उनसे अनुमति छीन ली गई है, जबकि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.
ऑक्सीजन की किल्लत से 5 की गई जान
न्यू आगरा स्थित यशवंत हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके हॉस्पिटल में ऑक्सीजन न होने की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई. जिला प्रशासन से लगातार ऑक्सीजन के लिए मांग करते रहे लेकिन उन्हें पूर्ण रूप से ऑक्सीजन नहीं मिली. इस वजह से 5 लोगों ने दम तोड़ दिया.
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सप्लाई के लिए नहीं है ऑक्सीजन
हिमांशु ब्रदर्स एजेंसी के मालिक हिमांशु ने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई का काम वह 40 साल से कर रहे हैं लेकिन ऐसे हालात उन्होंने कभी नहीं देखे. जिला प्रशासन वाह-वाही लूट रहा है कि आगरा में इतना टन हमने ऑक्सीजन मंगाया. भरपूर पूर्ति की जा रही है लेकिन सप्लाई करने के लिए भी उनके पास ऑक्सीजन नहीं है. इसलिए सप्लाई ठप पड़ी है.