आगरा : लोकसभा चुनाव में निष्पक्ष और सफल मतदान कराने के लिए पीठासीन व मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रथम चरण के प्रशिक्षण में आगरा कॉलेज की विधि संकाय और क्वीन विक्टोरिया कॉलेज में मतदान कार्मिकों को मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दे रहे हैं.
प्रशिक्षण में यह बताया जा रहा है कि पीठासीन अधिकारी और मतदान कार्मिकों को जिले में पहली बार उपयोग की जाने वाली वीवीपैट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को किस तरह से उपयोग में लाना है. इसके साथ ही प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे 92 मतदान कार्मिकों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं.
आगरा जिले की दोनों हुई लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होगा. इसको लेकर जिला प्रशासन अब चुनाव आयोग के निर्देश पर अपनी तैयारियां पूरी करने में लगा है. मतदान निष्पक्ष और सफल रहे इसके लिए मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी को मतदान प्रक्रिया के संचालन एवं नियंत्रण से संबंधित तमाम जानकारियां मास्टर ट्रेनर दे रहे हैं. इसे मतदान की जांच वीवीपैट मशीन के प्रयोग और उसके चेकप्वाइंट के साथ ही मतदान के पूर्व संध्या पर पहुंचने के पश्चात की जाने वाली तमाम कार्य और मतदान दिवस में मतदान प्रारंभ से समाप्ति तक की विभिन्न बिंदुओं की जानकारी इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के द्वारा मतदान कार्मिकों को दी जा रही है. प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारियों को बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट के नंबर एवं एड्रेस चेक को चेक करना भी समझाया जा रहा है.
पीठासीन अधिकारी बनाए गए प्रेम सिंह ने बताया कि वीवीपैट से बहुत लाभ होगा. ट्रेनिंग में उन्हें यह बताया जा रहा है कि किस तरह मतदान से पहले ईवीएम और वीवीपैट को जोड़ना है और किस तरह मतदाताओं से मतदान कराना है? यह सब ट्रेनिंग में सिखाया जा रहा है. ऑडियो-वीडियो के साथ ही मॉक पोल से भी ट्रेनिंग दी जा रही है.
मुख्य विकास अधिकारी व प्रभारी अधिकारी कार्मिक रविंद्र कुमार मांदड ने बताया कि जिले की दोनों लोकसभा चुनाव में ड्यूटी पर रहने वाले पीठासीन अधिकारी और अन्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके लिए आगरा कॉलेज के विधि संकाय और क्वीन विक्टोरिया विद्यालय में ट्रेनिंग चल रही है.