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आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की यूनिट का किसान कर रहे थे इंतजार, सरकार ने किया निराश

आगरा में आलू किसान लंबे समय से इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की मांग कर रहे हैं, इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार से लेकर केंद्र की मोदी सरकार तक फाइलें भेजी जा चुकी हैं. अब प्रदेश में पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के 7 संभावित जिलों में आगरा का नाम गायब है.

आगरा में इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर
आगरा में इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर
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Published : Apr 1, 2023, 8:10 AM IST

Updated : Apr 1, 2023, 9:19 AM IST

आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर को लेकर किसानों ने जताई नाराजगी

आगराः प्रदेश में आलू का सबसे बड़ा उत्पादक आगरा है. लेकिन, हर तीसरे साल आलू की बर्बादी से किसान परेशान हैं. आलू किसानों का दर्द दूर करने के लिए जिले में पैरू के अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर) की यूनिट खोलने की तैयारी हुई. लेकिन, अभी तक इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर यूनिट का कुछ अता-पता नहीं है. यूपी में पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट बनाए जाने हैं, जिसको लेकर सरकार ने 7 संभावित जिलों के नाम जारी किए हैं. इसमें आगरा का नाम शामिल नहीं है. आगरा की झोली से आलू प्रोसेसिंग यूनिट चले जाने से किसानों को तगड़ा झटका लगा है. जबकि, यहां लंबे समय से आलू प्रोसेसिंग यूनिट की मांग की जा रही थी.

गौरतलब है कि आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट खुलवाने की मांग हुई तो जनप्रतिनिधियों ने पूरी ताकत झोंक दी. विभागीय अधिकारियों ने जुलाई-2019 में इसके लिए जमीन तलाशना शुरू की. यूपी की योगी सरकार और मोदी सरकार तक किसानों की मांग पहुंची. विभाग ने आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित गांव सींगाना में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट के लिए जमीन चिन्हित करके सरकार को रिपोर्ट भी भेज दी. मगर, अभी तक इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट की फाइल सरकारी गलियों में घूम रही है.

वहीं, यूपी में सरकार पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट स्थापित करने की तैयारी में है. यूपी स्टेट हॉर्टिकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ने पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र की सिद्धि विनायक एग्री प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड से करार किया है. इस प्रोजेक्ट के लिए 12-15 एकड़ जमीन की जरूरत है. इसके निर्माण में 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी. प्रोजेक्ट के लिए यूपी सरकार ने संभावित जिलों में अलीगढ़, संभल, बदायूं, बरेली, फर्रुखाबाद, कन्नौज और कानपुर को रखा है. संभावित जिलों में कंपनी की टीम सर्वे कर जमीन भी तलाश रही है. एक-दो जिले में प्रारंभिक सर्वे का काम भी पूरा हो गया है. जमीन तय होने पर पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

चिप्स स्टार्च प्रोसेसिंग यूनिट भी होगीः आलू संसाधन यूनिट में आलू आधारित उद्योग लगाए जाएंगे. इसमें आलू पटटा फ्लेक्स प्रोसेसिंग, आलू चिप्स संसाधन, फ्रेंच फ्राई संसाधन परहाउस, कोल्ड स्टोरेज फ्रोजन कोल्ड स्टोरेज होगा. यहां एक लाख मीट्रिक टन की खपत होगी.

किसान और यूनियन करेगी आंदोलनः भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया ने बताया कि जिले में आलू प्रमुख फसलों में है. लंबे समय से राजनैतिक दल और प्रतिनिधि किसानों को सपने दिखाते आएं हैं. आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की यूनिट खुलने जा रही है. आलू प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी. जबकि, आगरा की जनता के चुने जनप्रतिनिधि आज केंद्र और प्रदेश के मंत्री हैं. मगर, किसानों के साथ धोखा हो रहा है. आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट नहीं खुली तो किसान और यूनियन मिलकर आंदोलन करेगी.

सीएम योगी से फिर करेंगे बातः फतेहपुर सीकरी से सांसद व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने बताया कि आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट खुलेगी. इस बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री और सीएम योगी से बात हो गई है. इसके साथ ही आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट खोलने के लिए बीते दिनों मुख्यमंत्री से मिलकर बात की थी. अब फिर से आगरा में आलू संसाधन यूनिट आगरा में खुलवाने के लिए सीएम योगी से मुलाकात करेंगे.

आगरा के जनप्रतिनिधि लापरवाहः रालोद के प्रदेश प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर का कहना है कि आगरा में बेहतर क्वालिटी का आलू पैदा होता है. इसके साथ ही आसपास टूंडला और हाथरस में भी आलू की अच्छी पैदावार होती है. लेकिन, आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट नहीं लगाए जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. यह दर्शाता है कि आगरा के जनप्रतिनिधि कितने लापरवाह हैं. जनता से जो वादे किए वे पूरे नहीं कर पा रहे हैं. जबकि, 8 साल से केंद्र में और 6 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है.

विदेशों में आगरा के आलू की मांगः आगरा के आलू की डिमांड दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना में सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही महाराष्ट्र, मप्र, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भी खूब आलू जाता है. इस साल भी यहां खूब आलू जा रहा है. विदशों में भी आगरा के आलू की खूब डिमांड है. इस साल आगरा से आलू मलेशिया, कुवैत, नेपाल, भूटान, वर्मा, बांग्लादेश और श्रीलंका भी जा रहा है.

आगरा में आलू की इन प्रजातियों का उत्पादनः आगरा में आलू की कुफरी बहार, कुफरी चिप्सोना, 1,2,3, कुफरी सदाबहार , कुफरी सूर्या, कुफरी आनंद, कुफरी पुखराज, कुफरी बादशाह, कुफरी ख्याति, कुफरी गरिमा आदि प्रजातियां मंडल में होती हैं.

ये भी पढ़ेंः UP Weather Update : मौसम की मार से किसान बेहाल, बदलते मौसम के चलते सब्जियों के भाव में आई कमी

आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर को लेकर किसानों ने जताई नाराजगी

आगराः प्रदेश में आलू का सबसे बड़ा उत्पादक आगरा है. लेकिन, हर तीसरे साल आलू की बर्बादी से किसान परेशान हैं. आलू किसानों का दर्द दूर करने के लिए जिले में पैरू के अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर) की यूनिट खोलने की तैयारी हुई. लेकिन, अभी तक इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर यूनिट का कुछ अता-पता नहीं है. यूपी में पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट बनाए जाने हैं, जिसको लेकर सरकार ने 7 संभावित जिलों के नाम जारी किए हैं. इसमें आगरा का नाम शामिल नहीं है. आगरा की झोली से आलू प्रोसेसिंग यूनिट चले जाने से किसानों को तगड़ा झटका लगा है. जबकि, यहां लंबे समय से आलू प्रोसेसिंग यूनिट की मांग की जा रही थी.

गौरतलब है कि आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट खुलवाने की मांग हुई तो जनप्रतिनिधियों ने पूरी ताकत झोंक दी. विभागीय अधिकारियों ने जुलाई-2019 में इसके लिए जमीन तलाशना शुरू की. यूपी की योगी सरकार और मोदी सरकार तक किसानों की मांग पहुंची. विभाग ने आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित गांव सींगाना में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट के लिए जमीन चिन्हित करके सरकार को रिपोर्ट भी भेज दी. मगर, अभी तक इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट की फाइल सरकारी गलियों में घूम रही है.

वहीं, यूपी में सरकार पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट स्थापित करने की तैयारी में है. यूपी स्टेट हॉर्टिकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ने पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र की सिद्धि विनायक एग्री प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड से करार किया है. इस प्रोजेक्ट के लिए 12-15 एकड़ जमीन की जरूरत है. इसके निर्माण में 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी. प्रोजेक्ट के लिए यूपी सरकार ने संभावित जिलों में अलीगढ़, संभल, बदायूं, बरेली, फर्रुखाबाद, कन्नौज और कानपुर को रखा है. संभावित जिलों में कंपनी की टीम सर्वे कर जमीन भी तलाश रही है. एक-दो जिले में प्रारंभिक सर्वे का काम भी पूरा हो गया है. जमीन तय होने पर पोटेटो प्रोसेसिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

चिप्स स्टार्च प्रोसेसिंग यूनिट भी होगीः आलू संसाधन यूनिट में आलू आधारित उद्योग लगाए जाएंगे. इसमें आलू पटटा फ्लेक्स प्रोसेसिंग, आलू चिप्स संसाधन, फ्रेंच फ्राई संसाधन परहाउस, कोल्ड स्टोरेज फ्रोजन कोल्ड स्टोरेज होगा. यहां एक लाख मीट्रिक टन की खपत होगी.

किसान और यूनियन करेगी आंदोलनः भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया ने बताया कि जिले में आलू प्रमुख फसलों में है. लंबे समय से राजनैतिक दल और प्रतिनिधि किसानों को सपने दिखाते आएं हैं. आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की यूनिट खुलने जा रही है. आलू प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी. जबकि, आगरा की जनता के चुने जनप्रतिनिधि आज केंद्र और प्रदेश के मंत्री हैं. मगर, किसानों के साथ धोखा हो रहा है. आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट नहीं खुली तो किसान और यूनियन मिलकर आंदोलन करेगी.

सीएम योगी से फिर करेंगे बातः फतेहपुर सीकरी से सांसद व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने बताया कि आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की रिसर्च यूनिट खुलेगी. इस बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री और सीएम योगी से बात हो गई है. इसके साथ ही आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट खोलने के लिए बीते दिनों मुख्यमंत्री से मिलकर बात की थी. अब फिर से आगरा में आलू संसाधन यूनिट आगरा में खुलवाने के लिए सीएम योगी से मुलाकात करेंगे.

आगरा के जनप्रतिनिधि लापरवाहः रालोद के प्रदेश प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर का कहना है कि आगरा में बेहतर क्वालिटी का आलू पैदा होता है. इसके साथ ही आसपास टूंडला और हाथरस में भी आलू की अच्छी पैदावार होती है. लेकिन, आगरा में आलू प्रोसेसिंग यूनिट नहीं लगाए जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. यह दर्शाता है कि आगरा के जनप्रतिनिधि कितने लापरवाह हैं. जनता से जो वादे किए वे पूरे नहीं कर पा रहे हैं. जबकि, 8 साल से केंद्र में और 6 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है.

विदेशों में आगरा के आलू की मांगः आगरा के आलू की डिमांड दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना में सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही महाराष्ट्र, मप्र, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भी खूब आलू जाता है. इस साल भी यहां खूब आलू जा रहा है. विदशों में भी आगरा के आलू की खूब डिमांड है. इस साल आगरा से आलू मलेशिया, कुवैत, नेपाल, भूटान, वर्मा, बांग्लादेश और श्रीलंका भी जा रहा है.

आगरा में आलू की इन प्रजातियों का उत्पादनः आगरा में आलू की कुफरी बहार, कुफरी चिप्सोना, 1,2,3, कुफरी सदाबहार , कुफरी सूर्या, कुफरी आनंद, कुफरी पुखराज, कुफरी बादशाह, कुफरी ख्याति, कुफरी गरिमा आदि प्रजातियां मंडल में होती हैं.

ये भी पढ़ेंः UP Weather Update : मौसम की मार से किसान बेहाल, बदलते मौसम के चलते सब्जियों के भाव में आई कमी

Last Updated : Apr 1, 2023, 9:19 AM IST
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