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ताज के 'ताज' पर दाग़! यमुना में रोज घुल रहा करोड़ों लीटर जहर

भले ही यमुना को संजीवनी देने को यमुना एक्शन प्लान वन और यमुना एक्शन प्लान टू बनाया गया. मगर कालिंदी का पानी पीने के लायक तो दूर आचमन के लायक भी नहीं रहा है.

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Published : Dec 27, 2019, 7:50 AM IST

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ताज के 'ताज' पर दाग़!

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल दुनिया की सबसे खूबसूरत इमारत है. मुगल बादशाह शाहजहां ने शायद इसलिए कालिंदी (यमुना) किनारे ताजमहल का निर्माण कराया था. सोचा होगा कल-कल करती कालिंदी से ताजमहल की नींव को मजबूती मिलेगी और उसकी खूबसूरती में भी चार चांद लगेंगे.


कालिंदी आगरा में दम तोड़ रही है. कलयुग में नाले कालिंदी को जहरीला बना रहे हैं. इन नालों का 175 एमएलडी 'जहर' यमुना में गिर रहा है. ईटीवी भारत ने शहर के आठ बड़े नालों की हकीकत जानी, जो जुलाई 2019 में यूपीपीसीबी की रिपोर्ट में बयान की गई थी. यूपीपीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में छोटे-बड़े 90 नाले हैं. इनमें 29 नाले टेप हैं और बाकी के 61 नाले सीधे यमुना में गिरते हैं. इन सभी नालों से हर दिन 17.50 करोड़ लीटर (175 एमएलडी) सीवर सीधा यमुना में गिरता है.

यमुना में रोज घुल रहा करोड़ों लीटर जहर


मेहताब बाग के पास स्थित गांव कछपुरा निवासी किसान अशोक ने बताया कि पहले यमुना का पानी शुद्ध था. हम जब अपने खेतों पर आते थे, प्यास लगने पर यमुना का पानी ही पी लेते थे, लेकिन अब उसमें मुंह देने की बात दूर हाथ भी नहीं धोते हैं. क्योंकि अब यमुना में शहर के नालों का पानी आता है, जो जहरीला है.


ये हैं वो 7 नाले जो घोल रहे जहर

1. ताज पूर्वी नाला
ताजगंज क्षेत्र से निकलने वाला यह नाला ताजमहल के पूर्वी गेट मोड़ पर सीधा यमुना में गिरता है.
'केमिकल का आंकड़ा'
पीएच - 6.81
बीओडी - 70 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी....... 442 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 290 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


2. मंटोला नाला
शहर के कई इलाकों से होते हुए मंटोला होकर मोक्ष धाम के सामने यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.81
बीओडी - 135मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 826 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 470 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 2.40 करोड़ (एमपीएन/100 एमएल)


3. वाटर वर्क्स नाला
पुराने शहर से निकलकर वाटर वर्क्स नाला जीवनी मंडी होकर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.46
बीओडी - 88 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 464 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 270 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 24 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


4. नरायच नाला
औद्योगिक एवं रिहायशी इलाकों से होकर यह नाला वाटर वर्क्स पर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.88
बीओडी - 82 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 352 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 264 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


5. भैरों नाला
पुराने शहर का सबसे बड़ा नाला है. यह कई इलाकों से होकर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.69
बीओडी - 132मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 738 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 350मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


6. नगला बूढ़ी नाला
खंदारी समेत कई इलाकों से होकर दयालबाग क्षेत्र में यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.66
बीओडी - 72 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 418 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 266मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 16 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


7. अनुराग नगर नाला
बल्केश्वर और कमला नगर क्षेत्र से होकर यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.64
बीओडी - 98 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 624मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 268 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


भले ही यमुना को संजीवनी देने को यमुना एक्शन प्लान वन और यमुना एक्शन प्लान टू बनाया गया. मगर कालिंदी का पानी पीने के लायक तो दूर आचमन के लायक भी नहीं रहा है.

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल दुनिया की सबसे खूबसूरत इमारत है. मुगल बादशाह शाहजहां ने शायद इसलिए कालिंदी (यमुना) किनारे ताजमहल का निर्माण कराया था. सोचा होगा कल-कल करती कालिंदी से ताजमहल की नींव को मजबूती मिलेगी और उसकी खूबसूरती में भी चार चांद लगेंगे.


कालिंदी आगरा में दम तोड़ रही है. कलयुग में नाले कालिंदी को जहरीला बना रहे हैं. इन नालों का 175 एमएलडी 'जहर' यमुना में गिर रहा है. ईटीवी भारत ने शहर के आठ बड़े नालों की हकीकत जानी, जो जुलाई 2019 में यूपीपीसीबी की रिपोर्ट में बयान की गई थी. यूपीपीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में छोटे-बड़े 90 नाले हैं. इनमें 29 नाले टेप हैं और बाकी के 61 नाले सीधे यमुना में गिरते हैं. इन सभी नालों से हर दिन 17.50 करोड़ लीटर (175 एमएलडी) सीवर सीधा यमुना में गिरता है.

यमुना में रोज घुल रहा करोड़ों लीटर जहर


मेहताब बाग के पास स्थित गांव कछपुरा निवासी किसान अशोक ने बताया कि पहले यमुना का पानी शुद्ध था. हम जब अपने खेतों पर आते थे, प्यास लगने पर यमुना का पानी ही पी लेते थे, लेकिन अब उसमें मुंह देने की बात दूर हाथ भी नहीं धोते हैं. क्योंकि अब यमुना में शहर के नालों का पानी आता है, जो जहरीला है.


ये हैं वो 7 नाले जो घोल रहे जहर

1. ताज पूर्वी नाला
ताजगंज क्षेत्र से निकलने वाला यह नाला ताजमहल के पूर्वी गेट मोड़ पर सीधा यमुना में गिरता है.
'केमिकल का आंकड़ा'
पीएच - 6.81
बीओडी - 70 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी....... 442 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 290 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


2. मंटोला नाला
शहर के कई इलाकों से होते हुए मंटोला होकर मोक्ष धाम के सामने यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.81
बीओडी - 135मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 826 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 470 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 2.40 करोड़ (एमपीएन/100 एमएल)


3. वाटर वर्क्स नाला
पुराने शहर से निकलकर वाटर वर्क्स नाला जीवनी मंडी होकर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.46
बीओडी - 88 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 464 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 270 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 24 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


4. नरायच नाला
औद्योगिक एवं रिहायशी इलाकों से होकर यह नाला वाटर वर्क्स पर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.88
बीओडी - 82 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 352 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 264 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


5. भैरों नाला
पुराने शहर का सबसे बड़ा नाला है. यह कई इलाकों से होकर यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.69
बीओडी - 132मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 738 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 350मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


6. नगला बूढ़ी नाला
खंदारी समेत कई इलाकों से होकर दयालबाग क्षेत्र में यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.66
बीओडी - 72 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 418 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 266मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 16 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


7. अनुराग नगर नाला
बल्केश्वर और कमला नगर क्षेत्र से होकर यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच - 7.64
बीओडी - 98 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी - 624मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस - 268 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया - 35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)


भले ही यमुना को संजीवनी देने को यमुना एक्शन प्लान वन और यमुना एक्शन प्लान टू बनाया गया. मगर कालिंदी का पानी पीने के लायक तो दूर आचमन के लायक भी नहीं रहा है.

Intro:स्पेशल : श्री सर शैलेंद्र जी और श्री सर विश्वनाथ जी के ध्यानार्थ. स्पेशल पैकेज के लिए.
आगरा.
मोहब्बत की निशानी ताजमहल दुनिया की सबसे खूबसूरत इमारत है. मुगल बादशाह शहंशाह ने शायद इसलिए कालिंदी (यमुना) किनारे ताजमहल का निर्माण कराया था. कि कल कल करती कालिंदी से ताजमहल की नींव को मजबूती मिलेगी और उसकी खूबसूरती में भी चार चांद लगेंगे. मगर अब हालत उलट हैं.
कालिंदी आगरा में दम तोड़ रही है. कलयुग में नाले रूपी ' 61 कालिया नाग' ताजनगरी में कालिंदी को जहरीला बना रहे हैं. इन ' कालिया नाग' का 175 एमएलडी 'जहर' यमुना में गिर रहा है. ईटीवी भारत ने शहर के आठ बड़े नालों की हकीकत जानी. जो जुलाई 2019 में यूपीपीसीबी की रिपोर्ट में बयां की गई थी.






Body:यूपीपीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में छोटे-बड़े 90 नाले हैं. इनमें 29 नाले टेप हैं और बाकी के 61 नाले सीधे यमुना में गिरते हैं. इन सभी नालों से हर दिन 17.50 करोड़ लीटर (175 एमएलडी) सीवर सीधा यमुना में गिरता है. यह सीवर और उसमें मिले केमिकल यमुना को जहरीला बना रहा है.
मेहताब बाग के पास स्थित गांव कछपुरा निवासी किसान अशोक ने बताया पहले यमुना का पानी शुद्ध था. हम जब अपने खेतों पर आते थे, प्यास लगने पर यमुना का पानी ही पी लेते थे. लेकिन अब उसे मुंह देने की बात दूर हाथ भी नहीं धोते हैं. क्योंकि, अब यमुना में शहर के नालों का पानी आता है, जो जहरीला है. हम अपने खेतों में भी यमुना का पानी नहीं देते हैं. समर्सिबल के पानी से खेती करते हैं.
डुप्लीकेसी से दोबारा बनाना पड़ रहा स्टीमेट
जल निगम के मुख्य अभियंता बीके गर्ग ने बताया कि दिसंबर 2018 में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत शहरभर के यमुना में गिर रहे 61 नालों को टेप करने के लिए एक प्रोजेक्ट बनाया गया था. लेकिन राज्य सरकार की ओर से शहर के मौजूदा तीन एसटीपी और सीवर पंपिंग स्टेशन के 10 साल तक रखरखाव का वर्क आर्डर एक निजी कंपनी वबाग को दे दिया गया. इससे नमामि गंगे प्रोजेक्ट में पहले जो मेंटेनेंस के काम ले लिए गए थे. अब उनमें
डुप्लीकेसी आ गई. अब दोबारा से प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. जिससे नमामि गंगे से अनुमति मिलने के बाद शुरू किया जाएगा.



ये हैं कालिंदी के कालिया नाग का जहर
1. ताज पूर्वी नाला
ताजगंज क्षेत्र से निकलने वाला यह नाला ताजमहल के पूर्वी गेट मोड़ पर सीधा यमुना में गिरता है.
केमिकल का आंकड़ा
पीएच.........6.81
बीओडी....... 70 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी....... 442 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.........290 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)

2. मंटोला नाला
शहर के कई इलाकों से होते हुए मंटोला होकर मोक्ष धाम के सामने यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.81
बीओडी.......135मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी....... 826 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.......470 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....2.40 करोड़ (एमपीएन/100 एमएल)

3. वाटर वर्क्स नाला
पुराने शहर से निकलकर वाटर वर्क्स नाला जीवनी मंडी होकर के यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.46
बीओडी.......88 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......464 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.......270 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....24 लाख (एमपीएन/100 एमएल)

4. नरायच नाला
औद्योगिक एवं रिहायशी इलाकों से होकर यह नाला वाटर वर्क्स पर यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.88
बीओडी.......82 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......352 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.......264 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)
5. भैरों नाला
पुराने शहर का सबसे बड़ा नाला है. यह कई इलाकों से होकर के यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.69
बीओडी.......132मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......738 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस......350मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....92 लाख (एमपीएन/100 एमएल)

6. नगला बूढ़ी नाला
खंदारी समेत कई इलाकों से होकर दयालबाग क्षेत्र में यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.66
बीओडी.......72 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......418 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.......266मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....16 लाख (एमपीएन/100 एमएल)
7. अनुराग नगर नाला
बल्केश्वर और कमला नगर क्षेत्र से होकर यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.64
बीओडी.......98 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......624मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस.......268 मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....35 लाख (एमपीएन/100 एमएल)
8. पीलाखार नाला
गांधीनगर तेरी बगिया समेत यमुनापार के कई क्षेत्रों से होकर यह नाला यमुना में गिरता है.
पीएच.........7.88
बीओडी.......142 मिलीग्राम प्रति लीटर
सीओडी.......852 मिलीग्राम प्रति लीटर
टीएसएस......476मिलीग्राम प्रति लीटर
टोटल कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया....5.40 करोड़ (एमपीएन/100 एमएल)


Conclusion:भले ही यमुना को संजीवनी देने को यमुना एक्शन प्लान वन और यमुना एक्शन प्लान टू बनाया गया. मगर कालिंदी का पानी पीने की बात दूर याचमन के लायक भी नहीं रहा है.

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बाइट अशोक, किसान की. (पहचान नीला स्वेटर पहने है) ।

बाइट बीके गर्ग, मुख्य अभियंता (जल निगम आगरा) (पहचान गहरी नीले रंग की शर्ट और चश्मा लगाए हैं)

डेस्क के ध्यानार्थ....यूपीपीसीबी के अधिकारी लखनऊ में बैठते हैं, यहां कोई बाइट नहीं देता है.

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श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
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