आगरा: ताजनगरी में खाकी मानवता की मिसाल पेश कर रही है. कोविड लॉकडाउन में चौराहों, तिराहों पर कमान संभालने वाले पुलिसकर्मियों ने लोगों के घर तक खाना व राशन पहुंचाया. इस वजह से वे भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. अब कोरोना वॉरियर्स पुलिसकर्मी संक्रमितों की जान बचाने के लिए एक बार फिर आगे आए हैं. एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि आगरा के 130 पुलिसकर्मियों ने गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करने की इच्छा जाहिर की है. इन पुलिसकर्मियों की सूची तैयार कर ली गई है, जिसे एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल को सौंपा जाएगा.
143 पुलिसकर्मी हुए कोरोना संक्रमित
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि जिले में 143 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण हुए. इनमें से 130 पुलिसकर्मी स्वस्थ हो चुके हैं. अभी 10 पुलिसकर्मियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, जबकि तीन पुलिसकर्मियों की कोरोना संक्रमण से जान भी जा चुकी है.
खुद आगे आए खाकी वाले
एसएसपी ने बताया कि कोरोना से ठीक होकर आए 130 पुलिसकर्मियों ने गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा दान करने का फैसला लिया है. कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा की जरूरत पड़ रही है. मगर कोरोना से ठीक हुए मरीज प्लाज्मा देने के लिए कम आगे आ रहे हैं. ऐसे में ये पुलिसकर्मी प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आए हैं, ताकि गंभीर संक्रमित मरीजों की जान बच सके. अब सभी पुलिसकर्मियों की सूची बनाकर एसएन मेडिकल काॅलेज और जिला अस्पताल के प्रभारी को दी जाएगी, ताकि जरूरत पड़ने पर वे पुलिसर्मियों को बुला सकें.
लॉकडाउन में 42 यूनिट रक्दान किया
एसएसपी ने आगे बताया कि कोविड लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों में ब्लड की कमी हो गई थी. इससे कई पुलिसकर्मी ब्लड डोनेट करने के लिए आगे आए. क्योंकि लोगों ने पुलिसकर्मियों से ब्लड डोनेट करने की मदद मांगी थी. लॉकडाउन में 42 पुलिसकर्मियों ने ब्लड डोनेट किया था.