आगरा: जिले के कमला नगर थाना क्षेत्र में 26 अगस्त की शाम व्यापारी ललित काठपाल से 40 लाख रुपये की लूट हुई थी. पुलिस ने बताया कि वारदात का मास्टर माइंड ट्रांसपोर्टर का भतीजा ही है. पुलिस ने शुक्रवार को व्यापारी हत्याकांड और लूट का खुलासा करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इन बदमाशों से 26 लाख रुपये भी पुलिस ने बरामद किए हैं. वारदात के बाद दो बदमाश शहर छोड़कर दमन और दीव में मौज मस्ती करके भी आए हैं. वहीं पुलिस अब इन चारों से पूछताछ कर घटना से जुड़े तमाम तथ्यों को लेकर जांच कर रही है.
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह तड़के पांच बजे पुलिस और बाइक सवार बदमाश की वाटर वर्क्स क्षेत्र में सर्विस रोड पर मुठभेड़ हुई, जहां इस दौरान दोनों तरफ से गोलियां चलीं. इस बीच बाइक सवार बदमाश के गोली लगी और पुलिस ने उसे दबोच लिया, जिसका नाम दीपक है. वहीं इससे पहले पुलिस ने ताजगंज थाना क्षेत्र स्थित पुष्पांजलि पुरम फेस तीन से तीन बदमाशों राज किरण , प्रमोद और फौरन सिंह को गिरफ्तार किया था.
फौरन सिंह है मास्टरमाइंड
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि, वारदात का मास्टर माइंड फौरन सिंह ही है. वह जीवनी मंडी स्थित ओम ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक का भतीजा है और उसी ने ही साजिश रची थी. क्योंकि, ललित और रिंकू ओम ट्रांसपोर्ट कंपनी के कैंटर में प्रतिदिन गुटखा लेकर अलीगढ़ जाते थे. बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि इन्होंने पहले रेकी की फिर 25 अगस्त को वारदात के इरादे से भी आए, लेकिन ललित और रिंकू रुपये नहीं लाए तो वापस लौट गए.
पहले बताया थैला में था टिफिन, निकले 40 लाख
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, व्यापारी ललित कठपाल की घटिया आजम खान मोहल्ले में रिक्शे की दुकान है. रोजाना वह रिंकू के साथ बाइक से आता था. 26 अगस्त को ललित और रिंकू बाइक से घर आ रहे थे. तभी रश्मि नगर में बदमाशों ने रोक कर ललित के गोली मारी और थैला लूट ले गए. ललित की मौके पर मौत हो गई. पहले रिंकू ने थैला में टिफिन होने की बात कही थी, जिसके बाद फिर दस लाख रुपये होना बताया गया. अलीगढ़ के व्यापारी ने थैले में टिफिन के अंदर 40 लाख रुपये होना बताया था. मगर, व्यापारी ने इस बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया था.
लूट की रकम से ट्रांसपोर्टर ने जमा की किस्त
पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड फौरन सिंह ने बताया कि उसका डौकी में स्विमिंग पूल है. लेकिन लॉकडाउन के चलते स्विमिंग पूल बंद है, जिस वजह से कमाई नहीं हुई और कर्जा भी हो गया. उसने पत्नी के गहने भी गिरवी रख दिए थे. लूट की रकम से पत्नी के गहने छुड़ाए और इसके साथ पिताजी को भी रुपये दिए. इसके साथ ही उसने कैंटर की किस्त जमा कर और भी अन्य तमाम उधारी चुकता की.
लूट की रकम दमन और दीव में उड़ाई
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार बदमाश राज किरण और दीपक ने खुलासा किया कि वारदात के बाद वे दोनों आगरा छोड़कर अहमदाबाद चले गए. वहां से ये लोग फिर दमन दीव गए. फौरन सिंह ने लूट की रकम से दो-दो लाख रुपये दिए थे, जिससे इन लोगों ने दमन-दीव में मौज मस्ती की. इसके बाद फिर रुपये खत्म होने पर दोबारा फौरन सिंह से संपर्क किया और उसी के बुलावे पर वहां से लौटकर उसके घर पहुंचे, जहां पर फौरन सिंह ने आठ-आठ लाख रुपये दिए. दीपक और राज किरण का कहना है कि पहले दोनों ने कई बार पर्स और चेन लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था, लेकिन कभी भी पुलिस रिकॉर्ड में नहीं आए. इसलिए लगातार हौसला बढ़ता गया और इस बड़ी वारदात को अंजाम दे डाला.