आगरा: बुधवार को तमाम युवा हाथों में तख्तियां लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे. सभी राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन के माध्यम से इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे थे. युवाओं ने बताया कि वो सभी 2013 पुलिस भर्ती के अभ्यर्थी हैं, जिनको हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नौकरी नहीं प्राप्त हुई है.
क्या है पूरा मामला
- बता दें कि, साल 2013 में मायावती सरकार के दौरान पुलिस विभाग में 41 लाख 610 पदों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे.
- इस भर्ती में मेडिकल होने के बाद भी 11 हजार 786 नौजवानों को नौकरी नहीं मिल पाई, जिसके बाद अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट की शरण ली और वहां से आदेश होने के बाद सभी का दोबारा मेडिकल हुआ पर नौकरी उन्हें तब भी नहीं मिली.
- लगातार आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हो रहे 11 हजार 786 अभ्यर्थियों ने अब इच्छा मृत्यु की मांग की है.
क्या है अभ्यर्थियों का कहना
- अभ्यर्थियों का कहना है कि जब उनके पास मान सम्मान नहीं बचा है तो वो जी कर क्या करेंगे.
- उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उन्हें इच्छा मृत्यु या नौकरी में से एक चीज नहीं मिली तो वे आत्महत्या कर लेंगे.
- अभ्यर्थियों का कहना है कि अब उनके पास कुछ बाकी नहीं है और प्रशासन ने अगर उन्हें इच्छा मृत्यु नहीं दिलवाई तो वे लोग खुद आत्महत्या कर लेंगे.
- फिलहाल, जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसडीएम द्वारा उनका ज्ञापन ले लिया गया है.