आगरा: जिले के एत्माद्दौला क्षेत्र में शनिवार को एसटीएफ ने अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. भ्रूण लिंग परीक्षण गिरोह की सरगना नर्स सरिता और उसके साथी धीरज के मोबाइल में हर एजेंट का राज खुलेगा. पुलिस अब दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है. पुलिस सरिता के चार मोबाइल और धीरज के एक मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवा रही है, जिससे इस गिरोह के हर एजेंट को दबोचा जा सके. वहीं पुलिस नर्स सरिता को शरण देने वाले डॉक्टर सहित मुरैना के पंकज की तलाश में लगातार दबिश दे रही है.
एसटीएफ और पुलिस ने शनिवार शाम अछनेरा के रैपुरा अहीर और ट्रांस यमुना कॉलोनी से भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले गैंग की सरगना नर्स सरिता, उसके साथी धीरज के अलावा योगेंद्र उर्फ बनिया, योगेंद्र, बंटी, रंजीत, भरत सिंह को गिरफ्तार किया था. आरोपियों को रविवार को जेल भेजा दिया गया था.
डॉक्टर सहित दो फरार, दबिश जारी
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि भ्रूण लिंग परीक्षण गिरोह की सरगना सरिता से आईफोन सहित चार मोबाइल और धीरज के बरामद एक मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है. फरार आरोपी डॉ. राजीव कुमार और मुरैना के पंकज की तलाश की जा रही है. राजीव कुमार के घर में ही नर्स रह रही थी.
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हर एजेंट पर कसेगा शिकंजा
एसटीएफ के निरीक्षक हुुकुम सिंह का कहना है कि आरोपी नर्स सरिता और धीरज का नेटवर्क खंगाला जा रहा है. दोनों का एजेंट से संपर्क मोबाइल से ही होता था. पूछताछ में नर्स सरिता ने अपने एजेंट के बारे ज्यादा नहीं बताया है. गिरोह के ज्यादातर एजेंट ग्रामीण क्षेत्रों के हैं. एजेंट के जरिए ही गर्भवती यहां आती थीं. सरिता और धीरज हर एजेंट को मोटा कमीशन देते थे. सरिता और धीरज के मोबाइलों की कॉल डिटेल निकलवाई है. जिससे दोनों के संपर्क में रहे लोगों का पता चल जाएगा.
लक्ष्मी गणेश थे कोड वर्ड
एसटीएफ के निरीक्षक हुुकुम सिंह का कहना है कि भ्रूण लिंग परीक्षण गिरोह की सरगना नर्स सरिता और धीरज ने कोड वर्ड निर्धारित करे थे. गर्भवती के परीक्षण के बाद लक्ष्मी-गणेश के कोड वर्ड में जानकारी देते थे. लक्ष्मी मतलब बेटी और गणेश मतलब बेटा. इसके साथ ही 6 और 9 का कोड वर्ड भी दिया जाता था. 6 यानी बेटा और 9 यानी बेटी निर्धारित किया था.