आगराः आवास विकास कॉलोनी में काफी समय से पीएनजी की आपूर्ति लोगों के घरों में की जा रही है, जिससे क्षेत्रीय वासी अपने घर का चूल्हा जलाते हैं. रविवार रात को करीब सात से आठ बजे की बीच में आपूर्ति ठप हो गई, जिससे सैकड़ो परिवार मुसीबत में आ गये और उनको भूखे पेट रात काटनी पड़ी.
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ग्रीन गैस के कस्ट्मर केयर नंबर पर शिकायत के लिए कॉल लगाया लेकिन कॉल उठा ही नहीं. अगर लाइन में कोई दिक्कत है या मरम्मत का काम होना है तो कम से कम पहले से ही बता दिया करें, जिससे हम दूसरा कोई इंतजाम कर लें.
कई बार पहले गैस पाइप लाइन फटने या लीक होने की वजह से दयालबाग और उसके अलावा कई क्षेत्रों में भी आपूर्ति ठप हो चुकी है. ऐसा किसी न किसी संस्थान द्वारा गैस लाइन के पास खुदाई करने की वजह से होता है. जब भी कोई संस्थान खुदाई करता है तो उसी कारण लाइन में लीकेज हो जाता है और गैस निकलने लगती है. बल्कि कई बार तो लीकेज की वजह से गैस लाइन में आग तक लग चुकी है.
ग्रीन गैस ने खुदाई की वजह से लाइन में हो रहे लीकेज के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर 15 संस्थानों की सूची सौंपी है एवं एडीएम सिटी से निवेदन किया है कि ग्रीन गैस लाइन के पास खुदाई रुकवाई जाए और अगर किसी विशेष परिस्थिति में खुदाई करनी है तो पहले इसके लिए सूचित किया जाए. जिससे सभी तरह की सावधानी बरती जा सके और कोई भी अप्रिय घटना न हो सके.
ग्रीन गैस ने इन सभी 15 संस्थानों का जिक्र किया है. आगरा स्मार्ट सिटी लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, एयरटेल, टोरेंट पावर, नगर निगम, जल निगम, जलकल विभाग, एटलस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया, बीएसएनएल, गंगाजल परियोजना, ग्रीन गैस लिमिटेड, एनएचएआई, जिओ डिजिटल फाइबर, आइडिया-वोडाफोन.