आगरा: जिले के बहुचर्चित 'मौत वाली मॉक ड्रिल' (oxygen mock drill) से प्रदेश में खलबली मची हुई है. जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से पारस हॉस्पिटल को सील कर दिया है. वहीं हॉस्पिटल के स्टाफ ने हॉस्पिटल के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ जमकर मारपीट की. पहले तो स्टाफ ने लोगों के साथ धक्का-मुक्की की. फिर दौड़ा-दौड़ा कर लात-घूंसे और डंडों से जमकर पीटा. करीब पांच मिनट तक स्टाफ कर्मचारियों ने लोगों की पिटाई की. इस दौरान मौके पर पुलिस मौजूद नहीं थी. इस वजह से हॉस्पिटल स्टाफ ने जमकर उत्पात मचाया.
बता दें कि दो दिन से 'मौत वाली मॉक ड्रिल' की वजह से शहर का पारस हॉस्पिटल चर्चा में है. हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन के 7 जून को चार वीडियो वायरल हुए, जिसमें वह पांच मिनट ऑक्सीजन बंद करने और मरीजों पर 'मॉक ड्रिल' करने की बात कह रहे हैं. इसके चलते मंगलवार दोपहर में जिला प्रशासन ने हॉस्पिटल सील करने के निर्देश दिए. हॉस्पिटल सील होने और हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से स्टाफ बौखलाया हुआ है.
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हिंदुवादी युवाओं के नारेबाजी करने पर घेरा
हिंदूवादी संगठन से जुड़े हुए आधा दर्जन से ज्यादा युवा पारस हॉस्पिटल मंगलवार रात करीब 8:30 बजे पहुंच गए, जहां पर युवाओं ने हॉस्पिटल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जिला प्रशासन से मांग की. आरोप है कि इस पर हॉस्पिटल कर्मचारियों ने प्रदर्शनकारियों को घेर लिया. कहासुनी और झड़प हो गई. हॉस्पिटल स्टाफ ने लोगों से धक्का-मुक्की शुरू कर दी. मारपीट करके दौड़ा लिया. स्टाफ ने लात-घूंसे और डंडों से लोगों को जमकर पीटा.