आगरा: निर्देशक आशुतोष गोवरिकर की हिंदी फिल्म 'पानीपत' विवादों में घिर गई है. सोमवार को आगरा में फिल्म पानीपत के विरोध में सर्व समाज के लोग एकजुट हुए. लोगों का कहना है कि फिल्म में हिंदुओं के इतिहास को गलत ढंग से दिखाया गया है, जिसके विरोध में लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
साथ ही विवादिक फिल्म पर रोक लगाए जाने की मांग की. आरोप है कि फिल्म पानीपत में भरतपुर के महाराजा सूरजमल को लेकर इतिहास में छेड़छाड़ की गई है, जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जब तक इस फिल्म से विवादित दृश्यों को नहीं हटाया जाएगा तब तक इसको रिलीज नहीं करने दिया जाएगा.
फिल्म पानीपत के विरोध में आया सर्व समाज. राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपासर्व समाज के लोग कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर एकजुट हुए, जहां पर उन्होंने जमकर फिल्म के निर्देशक आशुतोष गोवरिकर के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और मांग रखी की पानीपत फिल्म को तत्काल बैन कर दिया जाए या फिल्म से इतिहास में छेड़छाड़ किए गए दृश्यों को हटाया जाए.
लोग जता रहे हैं विरोध
जाट समाज के नेता डॉ. रामेश्वर चौधरी का कहना है कि भरतपुर रियासत के राजा महाराजा सूरजमल के चौदहवीं पीढ़ी के महाराजा विश्वेंद्र सिंह ने पानीपत मूवी को लेकर के सवाल उठाए हैं. उन्होंने राजस्थान सरकार के साथ ही केंद्र सरकार से भी इस मूवी को बैन करने के लिए लिखा है. उनकी मांग है कि इसमें इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है. निर्माता निर्देशक आशुतोष गोवरिकर पब्लिसिटी स्टंट के लिए हमेशा ऐसा ही करते हैं. पूर्व में पद्मावत फिल्म में भी इसी तरह से विवाद पैदा किया था. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.