आगराः ताजनगरी में स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल धड़ाम हो गयी हैं. यहां कोरोना के मरीजों के नाम पर अन्य मरीजों को इलाज के लाले पड़ गए हैं. कोरोना के चलते जिन मरीजों को क्वारंटाइन किया गया है. उनके हालात भी बद से बदतर नजर आ रहे हैं. क्वारंटाइन सेंटर में लोगों के साथ जानवरों जैसा बर्ताव करने के वीडियो सामने आया है. सेंटर के इंचार्ज फोन पर आराम से बात कर रहे हैं. वहीं मीडिया का नाम सुनते ही वो कोरोना टेस्ट करने का बहाना कर जवाबदेही से बच रहे हैं. इन सबके बीच आगरा के जिलाधिकारी पॉजिटिव मरीजों के डिस्चार्ज करने के नाम पर वाहवाही बटोरते नजर आ रहे हैं.
क्वारंटाइन सेंटर में गिड़गिड़ा रहे लोग
आगरा के पारस अस्पताल के जरिये संक्रमण में आये 50 से अधिक पॉजिटिव को सैफई भेजा गया है. जहां से लगातार अव्यवस्थाओं की कहानी कहते हुए वीडियो सोशल मीडिया में सामाने आ रहे हैं. एक व्यक्ति के परिवार का रोते गिड़गिड़ाते अपने परिवार के सदस्य की जान बचाने का मार्मिक वीडियो वायरल होने के बाद आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल के हस्तक्षेप के बाद उसका इलाज शुरू हुआ है. इसी बीच आगरा-दिल्ली हाइवे पर हिंदुस्तान इंजीनियरिंग कॉलेज में बने क्वारंटाइन सेंटर के दो वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
क्वारंटाइन सेंटर में फेंक कर दिया जा रहा खाना
आगरा के एक परिवार के आठ लोग यहां क्वारंटाइन हैं. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है. जिनमें सेंटर के गेट पर उन्हें पानी और बिस्किट के पैकेट फेंक कर दिए जा रहे हैं और सभी संदिग्ध सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर मूलभूत जरूरत पानी और चाय आदि के लिए एक दूसरे पर लदकर किसी तरह फेंका हुआ सामान बटोरकर भूख मिटा रहे हैं. परिवार का आरोप है कि यहां किसी के सैम्पल भी नहीं लिए जा रहे हैं और ऐसे हालात में वो लोग यहां परेशान हो रहे हैं.
क्वारंटाइन इंचार्ज ने काटा फोन
वीडियो वायरल होने के बाद आगरा के सभी अधिकारी फोन उठाने बंद कर चुके हैं. यह हाल तब है जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां के हालात को सुधारने के लिए वरिष्ठ आईएएस आलोक कुमार को भेजा हुआ है. क्वारंटाइन सेंटर के इंचार्ज डॉ. जितेंद्र लवानिया से जब ईटीवी भारत संवाददाता ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कोरोना जांच करने का बहाना बनाकर फोन काट दिया.