आगराः ताजनगरी में दिन-ब-दिन कोरोना को लेकर हालात कंट्रोल से बाहर हो रहे हैं. ऐसे में अपनी बात पीएम मोदी तक पहुंचाने के लिए जिले के दर्जनों लोगों ने भूख हड़ताल करने के साथ ही ट्वीट का सहारा लिया है. शहर के लोगों ने ट्वीट कर अपनी आवाज प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय के साथ ही मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम किया है. लोगों का कहना है कि कोरोना पर लगाम लगाने में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग फेल दिख रहा है. इसके साथ ही आरोप लगाया है कि जनप्रतिनिधि भी जिले की आवाज नहीं उठा रहे हैं, जिसके बाद लोगों ने ट्वीट का सहारा लिया है और हड़ताल कर रहे हैं.
पीएमओ को किया ट्वीट
बता दें कि आगरा जिले में कोरोना कहर बरपा रहा है. आंकड़े 388 पहुंच गए हैं और अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है. यहां हालात नहीं सुधर रहे हैं, इसलिए जिले के बुद्धिजीवियों, कारोबारियों और व्यापारियों ने सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाए हैं, जिससे यहां की जनता की मुश्किलें सरकार तक पहुंचाई जा सकें. अब शहर के बुद्धिजीवी, कारोबारी और व्यापारियों ने हड़ताल में बढ़- चढ़कर भाग ले रहे हैं. ट्वीट कर लोगों ने कोरोना नियंत्रण में प्रशासनिक लापरवाही को लेकर जबरदस्त रोष व्यक्त किया है.
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जिले से हुए सैकड़ों ट्वीट
शहर के बुद्धिजीवी, कारोबारी और व्यापारियों ने भूख हड़ताल के साथ ही सोमवार देर रात तक पीएम मोदी, सीएम योगी, अमित शाह सहित अन्य नेताओं और मंत्रालयों को सैकड़ों ट्वीट जिले से किए गए. ट्वीट हड़ताल कैम्पेन के ऑर्गनाइजर्स का दावा है कि जिले को कोरोना और लापरवाह अफसरों से निजात दिलाने के लिए गुहार लगाई जा रही है.
सोशल मीडिया पर लगाई ब्लैक डीपी
अधिवक्ता विवेक साराभाई ने बताया कि ट्वीट हड़ताल के दौरान सैकड़ों लोगों ने अपने वाट्सएप की डीपी ब्लैक रखकर प्रशासनिक अक्षमता का विरोध जताया है. इसके साथ ही कई लोगों ने सुबह दस बजे से पांच बजे तक भूख हड़ताल भी की. इस दौरान लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है.