आगरा : जिले की स्मार्ट सिटी की सीमा से सटे ग्वालियर रोड स्थित रोहता कस्बे के लोग जलभराव और गंदगी की समस्या से जूझ रहे हैं. एडीए कॉलोनी समेत 40 से ज्यादा कॉलोनियों के निवासी इसी रास्ते से गुजरते हैं. कई शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. वहीं, आसपास के ठेले खोमचे वाले भी परेशान हैं. जलभराव के चलते वे अपनी दुकान यहां नहीं लगा पा रहे हैं.
आगरा की नगर सीमा से सटा कस्बा रोहता अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. जनप्रतिनिधि और प्रशासन की उदासीनता के कारण हाईवे रोड पर पानी भरा रहता है. इससे लोग खासे परेशान हैं. कई वर्षों से लगातार इस समस्या से लोग परेशान हैं. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से की गयी पर समस्या का समाधान नहीं हुआ.
एडीए अप्रूव्ड कॉलोनी दीक्षा केसीआर के साथ यहां लगभग 12 की आसपास एडीए अप्रूव्ड कॉलोनी है. दीक्षा केसीआर टाउन के प्रकाश वीर ने कहा कि अगर आप सुविधाएं नहीं दे सकते तो टैक्स क्यों लेते हैं. अगर टैक्स लेते हैं तो आपको स्थानीय निवासियों को सुविधाएं देनी चाहिए. कहा कि वह इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों, जिलाधिकारी आगरा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई बार कर चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ.
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किसान नेता श्याम सिंह चाहर और नगेंद्र फौजी ने बताया कि बरसात से पहले ही ग्वालियर रोड और ग्वालियर रोड को जयपुर हाईवे से जोड़ने वाले रोड पर जलभराव हो गया है. बरसात में यहां रोड के अलावा घरों में पानी भरना शुरू हो जाएगा. जलभराव से यहां कई तरह की बीमारियों के पनपने की आशंका रहती है.
स्थानीय निवासी विक्रम यादव का कहना है कि इस समय कोविड-19 जैसी भयानक बीमारी चल रही है. सरकार साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है. लेकिन यहां के हालात बद से बदतर हैं. उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि इस समस्या पर ध्यान दिया जाए. यहां समय रहते जल निकासी की व्यवस्था की जाए.
रोड किनारे ठेला लगाकर अपने परिवार को पालने वाले दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. रोहता निवासी दुकानदार राजू ने बताया है कि वह ठेला चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था. लेकिन जलभराव के चलते उनकी दुकान यहां नहीं लग पा रही है.