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Agra के मेडिकल स्टोर और पैथोलाॅजी में मरीज भर्ती मिले, अस्पतालों में मिली गड़बड़ियां - आगरा में पैथोलाॅजी में मरीज भर्ती

Agra में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कई मेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी और अस्पतालों का निरीक्षण किया. सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर और पैथोलाॅजी में मरीज भर्ती मिले थे. साथ ही अस्पतालों में भी कई अनियमितताएं मिलीं.

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Published : Mar 16, 2023, 9:09 AM IST

आगरा: ताजनगरी में झोलाझाप बेखौफ हैं. जिले में अस्पताल या नर्सिंग होम के साथ अब मेडिकल स्टोर और पैथोलाजी सेंटरों पर भी बीमारों का इलाज किया जा रहा है. यह खुलासा जिले में बुधवार देर शाम तक चली चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पुलिस, प्रशासन की छापेमार कार्रवाई में हुआ. टीमों को ग्वालियर रोड पर अवैध अस्पताल के साथ ही मेडिकल स्टोर और पैथोलाॅजी पर मरीजों के लिए बाकायदा बेड मिले. यहां पर बिना पंजीकरण और डिग्रीधारी इलाज कर रहे थे. इनको चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सील किया. इससे जिले के झोलाझाप डॉक्टरों में खलबली मच गई.

बता दें कि, जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपंजीकृत अस्पताल और झोलाछाप क्लीनिक के खिलाफ अभियान शुरू किया है. अभियान के तहत सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्वत के साथ ही जिला प्रशासन और अन्य विभाग की टीमों ने बुधवार देर शाम तक कार्रवाई की. इसमें कई नए मामले सामाने आए. जिले में कई मेडिकल स्टोर और पैथोलाजी सेंटर भी अब अवैध अस्पताल बन गए हैं. वहां पर अवैध तरीके से मरीजों को भर्ती करके इलाज किया जा रहा था. इतना ही नहीं छोटे मोटे आपरेशन भी किए जाते हैं. विभााग की ग्वालियर रोड स्थित अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर्स पर छापे में दो मेडिकल स्टोर सील किए.

एक अपंजीकृत अस्पताल सील किया और दूसरे को नोटिस दिया गया है. एक अस्पताल में मरीज भर्ती और इलाज करने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही दो अस्पतालों के आपरेशन थियेटर सील किए गए हैं. इसके साथ ही सात अस्पतालों में बायोवेस्ट निस्तारण और अग्निशमन के मानक पूरे नहीं मिले. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया. सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिन अस्पतालों में बायोवेस्ट का कुप्रबंधन स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के मानकों के मुताबिक नहीं मिला है. उन्हें नोटिस दिया गया है. जिले में अवैध, अपंजीकृत अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर, पैथोलाजी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.

यहां पर हुई कार्रवाई

1- बिना पंजीकरण के आकाश मेडिकल चल रहा था, जहां पर मरीज भी देखे जा रहे थे. इसलिए सील किया गया.

2- बिना पंजीकरण के वंश मेडिकल स्टोर चल रहा था. इसके साथ ही मरीज देखने पर सील लगाई है.

3- बिना पंजीकरण के जेएस हाॅस्पिटल चलता मिला, जहां पर 5 मरीज भर्ती मिले. एक मरीज का ऑपरेशन भी किया गया था. अस्पताल की सेवाएं बंद करके नोटिस दिया गया.

4- बिना पंजीकरण के केयर लाइफ हाॅस्पिटल मिला, जो खाली था. इसलिए, टीम ने सील कर दिया.

5- दीपिका पैथोलाजी के दूसरे तल पर झुलसा मरीज भर्ती मिला, जिसे अन्य अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है. लैब संचालक को नोटिस दिया गया.

6- बिना पंजीकरण के डाॅ. श्यामलाल शर्मा क्लीनिक चलता मिला, जिसे नोटिस दिया गया.

7- मनोज चैरिटेबल हाॅस्पिटल में कोई प्रशिक्षित डाक्टर नहीं मिला. हाॅस्पिटल की ओटी में गंदगी मिली, इसलिए ओटी सील करके मरीज भर्ती पर रोक लगाई गई.

8- नित्यानंद हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन विभाग ने कार्रवाई की है.

9- आरआर हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन ने कार्रवाई की.

10- ओपी हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन ने कार्रवाई की.

11- बिना पंजीकरण के राधे कृष्ण हाॅस्पिटल संचालित होने पर अग्निशमन विभाग ने कार्रवाई की.

12- बजरंग हाॅस्पिटल के बेसमेंट में आपरेशन थियेटर होने पर स्पष्टीकरण मांगा गया.

ये भी पढ़ें- Umesh Pal Murder Case : क्या उमेश पाल हत्याकांड में तीन और कारों में थे शूटर और उनके मददगार?

आगरा: ताजनगरी में झोलाझाप बेखौफ हैं. जिले में अस्पताल या नर्सिंग होम के साथ अब मेडिकल स्टोर और पैथोलाजी सेंटरों पर भी बीमारों का इलाज किया जा रहा है. यह खुलासा जिले में बुधवार देर शाम तक चली चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पुलिस, प्रशासन की छापेमार कार्रवाई में हुआ. टीमों को ग्वालियर रोड पर अवैध अस्पताल के साथ ही मेडिकल स्टोर और पैथोलाॅजी पर मरीजों के लिए बाकायदा बेड मिले. यहां पर बिना पंजीकरण और डिग्रीधारी इलाज कर रहे थे. इनको चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सील किया. इससे जिले के झोलाझाप डॉक्टरों में खलबली मच गई.

बता दें कि, जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपंजीकृत अस्पताल और झोलाछाप क्लीनिक के खिलाफ अभियान शुरू किया है. अभियान के तहत सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्वत के साथ ही जिला प्रशासन और अन्य विभाग की टीमों ने बुधवार देर शाम तक कार्रवाई की. इसमें कई नए मामले सामाने आए. जिले में कई मेडिकल स्टोर और पैथोलाजी सेंटर भी अब अवैध अस्पताल बन गए हैं. वहां पर अवैध तरीके से मरीजों को भर्ती करके इलाज किया जा रहा था. इतना ही नहीं छोटे मोटे आपरेशन भी किए जाते हैं. विभााग की ग्वालियर रोड स्थित अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर्स पर छापे में दो मेडिकल स्टोर सील किए.

एक अपंजीकृत अस्पताल सील किया और दूसरे को नोटिस दिया गया है. एक अस्पताल में मरीज भर्ती और इलाज करने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही दो अस्पतालों के आपरेशन थियेटर सील किए गए हैं. इसके साथ ही सात अस्पतालों में बायोवेस्ट निस्तारण और अग्निशमन के मानक पूरे नहीं मिले. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया. सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिन अस्पतालों में बायोवेस्ट का कुप्रबंधन स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के मानकों के मुताबिक नहीं मिला है. उन्हें नोटिस दिया गया है. जिले में अवैध, अपंजीकृत अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर, पैथोलाजी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.

यहां पर हुई कार्रवाई

1- बिना पंजीकरण के आकाश मेडिकल चल रहा था, जहां पर मरीज भी देखे जा रहे थे. इसलिए सील किया गया.

2- बिना पंजीकरण के वंश मेडिकल स्टोर चल रहा था. इसके साथ ही मरीज देखने पर सील लगाई है.

3- बिना पंजीकरण के जेएस हाॅस्पिटल चलता मिला, जहां पर 5 मरीज भर्ती मिले. एक मरीज का ऑपरेशन भी किया गया था. अस्पताल की सेवाएं बंद करके नोटिस दिया गया.

4- बिना पंजीकरण के केयर लाइफ हाॅस्पिटल मिला, जो खाली था. इसलिए, टीम ने सील कर दिया.

5- दीपिका पैथोलाजी के दूसरे तल पर झुलसा मरीज भर्ती मिला, जिसे अन्य अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है. लैब संचालक को नोटिस दिया गया.

6- बिना पंजीकरण के डाॅ. श्यामलाल शर्मा क्लीनिक चलता मिला, जिसे नोटिस दिया गया.

7- मनोज चैरिटेबल हाॅस्पिटल में कोई प्रशिक्षित डाक्टर नहीं मिला. हाॅस्पिटल की ओटी में गंदगी मिली, इसलिए ओटी सील करके मरीज भर्ती पर रोक लगाई गई.

8- नित्यानंद हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन विभाग ने कार्रवाई की है.

9- आरआर हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन ने कार्रवाई की.

10- ओपी हाॅस्पिटल में बायोवेस्ट प्रबंधन नहीं मिलने पर प्रदूषण बोर्ड और अग्निशमन ने कार्रवाई की.

11- बिना पंजीकरण के राधे कृष्ण हाॅस्पिटल संचालित होने पर अग्निशमन विभाग ने कार्रवाई की.

12- बजरंग हाॅस्पिटल के बेसमेंट में आपरेशन थियेटर होने पर स्पष्टीकरण मांगा गया.

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