आगरा : जिले के एसएन मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स आईएसए कंपनी द्वारा तकरीबन 200 अस्थाई कर्मचारियों का स्टाफ रखा गया था. लेकिन आज इन कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया है. कोरोना महामारी के समय में इन कर्मचारियों ने रात दिन एक करके कोरोना पॉजिटिव मरीजों का डॉक्टर्स के साथ इलाज किया था. लेकिन ईसा कंपनी द्वारा कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से वेतन नहीं दिया गया है, जिसके विरोध में कर्मचारियों ने एसएन के प्रिन्सिपल कार्यालय के बाहर धरना दिया.
ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन नंदकिशोर मीणा ने बताया कि ईसा आउट सोर्स एजेंसी द्वारा कोरोना महामारी के चलते सभी कर्मचारियों को जॉइनिंग लेटर नहीं दिया गया था. जबकि सभी कर्मचारियों ने कोरोना काल में मरीजों का ख्याल रखा था.
नौकरी से निकाले गए 200 कोरोना फाइटर
अस्थाई कर्मचारी राहुल सिंह तोमर ने बताया कि 9 मई 2020 को उनकी जॉइनिंग हुई थी. भीषण गर्मी होने के बावजूद भी पीपीई किट पहनकर कार्य करते थे. बावजूद उसके तय वेतन से हर माह उनका वेतन एजेंसी कम करती रही. साथ ही संविदा पर रखने की बात कहकर करीब 200 कर्मचारियों को निकाल दिया.
कब मिलेगा न्याय
एक तरफ सूबे में कोरोना योद्धाओं का वैक्सीनेशन किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में जी जान से जुटे कोरोना वॉरियर्स रहे कर्मचारियों को नौकरी से निकालकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि अस्थाई कर्मचारियों को कब तक न्याय मिल पता है.