आगराः देशभर में 'मौत वाली मॉकड्रिल' से खलबली मचाने वाले पारस हॉस्पिटल के संचालक की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने दर्ज कर ली है. आगरा के सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने मरीजों पर की गई पांच मिनट की 'मौत वाली मॉकड्रिल' की शिकायत की थी. जिसमें हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन और जिम्मेदार चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. गुरुवार को ईटीवी भारत से बातचीत में सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि, NHRC ने मुझे ई-मेल से शिकायत दर्ज करने की जानकारी दी है.
यह था मामला
ताजनगरी में आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित पारस हॉस्पिटल संचालक के डॉ. अरिंजय जैन के सात जून को चार वीडियो वायरल हुए. जिसमें डॉ. अरिंजय जैन अपने हॉस्पिटल में भर्ती कोविड-19 मरीजों की पांच मिनट ऑक्सीजन हटाने की 'मॉक ड्रिल' की बात कर रहे हैं. यह 'मॉक ड्रिल' 26 अप्रैल-2021 को हुई थी. उस समय हॉस्पिटल में 96 मरीज भर्ती थे. जिसमें से गंभीर 22 मरीजों की हालत खराब हो गई थी. इस मामले के तूल पकड़ने और हड़कंप मचने पर जिला प्रशासन ने पारस हॉस्पिटल सील करके डॉ. अरिंजय जैन के खिलाफ महामारी एक्ट का मुकदमा न्यू आगरा थाना में कराया है.
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NHRC में यह भेजी थी शिकायत
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने आठ जून को ही पारस हॉस्पिटल की 'मौत वाली मॉकड्रिल' को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ( NHRC ) को पत्र लिखा था. जिसमें 26 अप्रैल-2021 को हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन की मरीजों की 5 मिनट तक ऑक्सीजन बंद करके मॉक ड्रिल में सख्त कार्रवाई की मांग की थी. शिकायती पत्र में लिखा था कि, 'मौत वाली मॉकड्रिल' में 22 लोगों की जान चली गई. यह मामला सीधे लोगों की हत्या का है. अतः इसमें पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन के साथ ही 'मौत वाली मॉकड्रिल' में शामिल अन्य चिकित्सकों के खिलाफ भी हत्या का मामला दर्ज करके फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाए.
ई-मेल से मिली जानकारी
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस का कहना है कि, NHRC से शिकायत दर्ज होने की सूचना ई-मेल से मिली है. NHRC भी इसकी जांच करेगा. यूपी सरकार और जिला प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी जाएगी. तब कोई कार्रवाई होगी. इसके साथ ही मैंने महामारी लोक शिकायत समिति के सामने पेश होकर हॉस्पिटल संचालक डॉ. अरिंजय जैन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. नगर निगम से कोरोना काल में मौत का आंकड़ा भी मांगा है.