आगरा: आगरा पुलिस अपने एक हाफ एनकाउंटर को लेकर सुर्खियों में है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर की शिकायत पर एसएसपी आगरा से 8 हफ्तों में आयोग जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए है. बीते 20/21 मई को पथौली चौकी क्षेत्र में लूट के आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में 2 आरोपियों के पैर में गोली लगी थी. लेकिन पुलिस द्वारा मीडिया ग्रुप्स में भेजी वीडियो पर नूतन ठाकुर ने सवाल खड़े किए थे.
पुलिस एनकाउंटर पर NHRC ने 8 हफ़्तों में मांगी रिपोर्ट
आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर की एक शिकायत आगरा के कई बड़े पुलिस अधिकारियों की गले की फांस बन गयी है. मामला फर्जी एनकाउंटर से जुड़ा है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने 8 हफ्ते के अंदर एसएसपी आगरा से इस हाफ एनकाउंटर की जांच रिपोर्ट मांगी है. बता दें कि, 14 अप्रैल को शाहगंज क्षेत्र के वायु विहार स्थित ब्रज विहार कॉलोनी में बीएसएफ जवान उर्वेश के घर पर बदमाशों ने लूट के उद्देश्य से हमला किया था. तकरीबन 6 बदमाशों ने उर्वेश की पत्नी रेखा और बेटी पर हमला बोल दिया था. लेकिन बेटी बदमाशों से लोहा लेते हुए उन्हें चकमा देकर घर के बाहर आई और शोर मचाने लगी. बेटी का शोर सुन कर पड़ोसी घरों से बाहर निकल आये. अपने आप को चारों ओर से घिरता देख बदमाश रेखा को तमंचे की बट मारकर लहूलुहान कर फरार हो गए थे. सूचना पर थाने का फोर्स सहित एसपी सिटी विकास कुमार भी पहुंचे थे. तभी से पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी. 20/21 मई की रात को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बदमाशों को पथौली के नजदीक घेर लिया था. जिसमें दो बदमाश भागने में सफल हुए थे. वहीं, अन्य दो बदमाश निजाम और इरशाद के पैर में गोली लगी थी. पुलिस ने दोनों को ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती भी कराया था.
इसे भी पढ़े-सहारनपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, खनन माफिया हाजी इकबाल का तीसरा बेटा भी गिरफ्तार
पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर और पत्नी नूतन ठाकुर ने की थी शिकायत
इस मामले में एसपी सिटी विकास कुमार ने अपने स्टाफ से एक वीडियो रिकॉर्ड कराया था. जिसमें एसपी सिटी ने बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ के बारे में जानकारी दी थी. इस वीडियो में क्राइम सीन के वीडियो भी थे. उसी वीडियों में एसपी सिटी की बाईट के बाद किसी पुलिसकर्मी की पुलिस वाले खाली खोखे डालने की आवाज सुनाई दी थी. यह विडियो पुलिस ने अपने मीडिया सेल के माध्यम से मीडिया ग्रुप में साझा किया था. लेकिन सच्चाई खुलने के डर से पुलिस ने ग्रुप से वीडियो डिलीट कर दिया था. इसके बाद फिर से एसपी सिटी की एक बाईट रिकॉर्ड की गई. जिसे मीडिया ग्रुप्स में सेंड किया गया. पुलिस की पहली वीडियो का हवाला देते हुए एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की थी. अब NHRC ने एसएसपी आगरा सुधीर कुमार सिंह से 8 हफ्तों के भीतर पूरे एनकाउंटर की जांच रिपोर्ट मुहैया कराने के आदेश जारी किये है.
कई अधिकारियों की फस सकती है गर्दन
इस हाफ एनकाउंटर पर सवाल खड़े होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मीडिया से भी दूरी बना ली थी. लेकिन मामला मानवाधिकार आयोग में पहुंचने के बाद कई खाकी वाले बड़े साहब की मुसीबतें बढ़ गयी हैं. इस एनकाउंटर में एसपी सिटी विकास कुमार, सीओ लोहामंडी अर्चना सिंह, स्वाट टीम एसओजी अधिकारी शामिल थे. लेकिन मानवाधिकार आयोग के रिपोर्ट तलब के आदेश के बाद पुलिस विभाग में कानाफूसी शुरू हो गयी है. वहीं, अधिकारी भी अपनी ओर से सफाई पेश करते नज़र आ रहे हैं.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप