ETV Bharat / state

आगरा के Coding मास्टर को NASA का सलाम, 2026 के मिशन मंगल के लिए न्यौता - नासा की ताजी खबर

आगरा के कोडिंग मास्टर देवांश की प्रतिभा को नासा (NASA) ने भी सलाम किया है. उन्हें 2026 के मिशन मंगल के लिए टीम में शामिल होने का न्यौता मिला है. देवांश अब तक 150 से ज्यादा पुरस्कार हासिल कर चुके हैं. चलिए जानते हैं उनके बारे में.

Etv bharat
आगरा के कोडिंग मास्टर देवांश धनगर छोटी सी उम्र में जीत चुके हैं कई पुरस्कार.
author img

By

Published : Jul 3, 2022, 4:03 PM IST

आगराः आगरा से 11 किलोमीटर दूर बरारा गांव के रहने वाले देवांश धनगर (11) ने छोटी सी उम्र में कोडिंग की दुनिया में खास पहचान बना ली है. 150 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुके देवांश की प्रतिभा को नासा (The National Aeronautics and Space Administration) ने भी सलाम किया है. शायद यही वजह है कि नासा ने 2026 के मिशन मंगल की कोडिंग टीम का हिस्सा बनने के लिए देवांश को आमंत्रित किया है. अब तक दस से ज्यादा ऐप बना चुके देवांश 500 से अधिक बच्चों को ऑनलाइन मुफ्त में कोडिंग की शिक्षा दे चुके हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार बेहद खुश है.

देवांश के पिता ने 1999 में आरबीएस खंदारी कैंपस से एमसीए किया था. वह कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करते थे. देवांश ने अपने पिता से इस गुण को सीखा. कोडिंग के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां उन्होंने ऑनलाइन सीखीं. देवांश दिन के करीब सात से आठ घंटे लैपटॉप के साथ बिताते हैं. वह नई-नई कोडिंग के साथ एडवांस ऐप बनाने में जुटे रहते हैं. देवांश ने देवांश मारियो गेम भी बनाया है.

आगरा के कोडिंग मास्टर देवांश धनगर छोटी सी उम्र में जीत चुके हैं कई पुरस्कार.


देवांश के पिता लाखन सिंह घर मे ही एक एकेडमी चलाते हैं. इसमें करीब 70 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं. वह गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देते हैं. देवांश ने कक्षा आठ तक की पढ़ाई घर से ही की, वह स्कूल नहीं गए. हाईस्कूल में वह स्कूल गए और परीक्षा उन्होंने 80 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण की. अब 11 वर्ष की उम्र में वह इंटर की परीक्षा देंगे. देवांश किसी भी गणितीय समस्या को चुटकियों में हल कर देते हैं. देवांश धनगर ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 150 से अधिक पुरस्कार हासिल किए हैं. 2021 में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें बाल गौरव पुरस्कार दिया. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें सम्मानित किया था.

नासा ने मिशन मंगल टीम में किया शामिल
देवांश धनगर की कोडिंग की समझ और काबिलियत को देखते हुए अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने उन्हें 2026 के मिशन मंगल की टीम का हिस्सा बनाया है. वह कोडिंग टीम में अपना जौहर दिखाएंगे. नासा ने उनको बोर्डिंग पास जारी कर दिया है. वहीं, बेटे की इस प्रतिभा से परिजन बेहद ही खुश हैं. देवांश एमआईटी जाना चाहते हैं. वह गरीब बच्चों के लिए मुफ्त एजुकेशन ऐप बनाएंगे ताकि गरीब बच्चे इंटरनेट से शिक्षा पाकर अपना भविष्य संवार सकें. देवांश गणित के विशेषज्ञ हैं. कोई गणितीय समस्या वह चुटकियों में हल कर देते हैं.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

आगराः आगरा से 11 किलोमीटर दूर बरारा गांव के रहने वाले देवांश धनगर (11) ने छोटी सी उम्र में कोडिंग की दुनिया में खास पहचान बना ली है. 150 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुके देवांश की प्रतिभा को नासा (The National Aeronautics and Space Administration) ने भी सलाम किया है. शायद यही वजह है कि नासा ने 2026 के मिशन मंगल की कोडिंग टीम का हिस्सा बनने के लिए देवांश को आमंत्रित किया है. अब तक दस से ज्यादा ऐप बना चुके देवांश 500 से अधिक बच्चों को ऑनलाइन मुफ्त में कोडिंग की शिक्षा दे चुके हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार बेहद खुश है.

देवांश के पिता ने 1999 में आरबीएस खंदारी कैंपस से एमसीए किया था. वह कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करते थे. देवांश ने अपने पिता से इस गुण को सीखा. कोडिंग के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां उन्होंने ऑनलाइन सीखीं. देवांश दिन के करीब सात से आठ घंटे लैपटॉप के साथ बिताते हैं. वह नई-नई कोडिंग के साथ एडवांस ऐप बनाने में जुटे रहते हैं. देवांश ने देवांश मारियो गेम भी बनाया है.

आगरा के कोडिंग मास्टर देवांश धनगर छोटी सी उम्र में जीत चुके हैं कई पुरस्कार.


देवांश के पिता लाखन सिंह घर मे ही एक एकेडमी चलाते हैं. इसमें करीब 70 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं. वह गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देते हैं. देवांश ने कक्षा आठ तक की पढ़ाई घर से ही की, वह स्कूल नहीं गए. हाईस्कूल में वह स्कूल गए और परीक्षा उन्होंने 80 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण की. अब 11 वर्ष की उम्र में वह इंटर की परीक्षा देंगे. देवांश किसी भी गणितीय समस्या को चुटकियों में हल कर देते हैं. देवांश धनगर ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 150 से अधिक पुरस्कार हासिल किए हैं. 2021 में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें बाल गौरव पुरस्कार दिया. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें सम्मानित किया था.

नासा ने मिशन मंगल टीम में किया शामिल
देवांश धनगर की कोडिंग की समझ और काबिलियत को देखते हुए अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने उन्हें 2026 के मिशन मंगल की टीम का हिस्सा बनाया है. वह कोडिंग टीम में अपना जौहर दिखाएंगे. नासा ने उनको बोर्डिंग पास जारी कर दिया है. वहीं, बेटे की इस प्रतिभा से परिजन बेहद ही खुश हैं. देवांश एमआईटी जाना चाहते हैं. वह गरीब बच्चों के लिए मुफ्त एजुकेशन ऐप बनाएंगे ताकि गरीब बच्चे इंटरनेट से शिक्षा पाकर अपना भविष्य संवार सकें. देवांश गणित के विशेषज्ञ हैं. कोई गणितीय समस्या वह चुटकियों में हल कर देते हैं.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.