आगराः ताजनगरी अवैध और नकली दवाओं (nakli dawa) का अड्डा बन गई है. तीन मंडल के छह जिलों की औषधि विभाग की टीम ने आगरा में सोमवार को छापेमारी की. जहां चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दो सगे भाई फर्म को चला रहे हैं. जो नकली और एक्सपायर दवाओं को दोबारा से री-पैकिंग करके बाजार में खपाते रहे हैं. पुलिस ने दोनों भाईयों को हिसासत में लिया है. इसके साथ ही उनकी फर्म के कार्यालय और अन्य जगह से तमाम दवाओं के सैंपल लिए हैं. इनकी जांच की जाएगी.
6 जिलों की टीम ने की छापेमारी
औषधि विभाग की टीमों ने आवास विकास कॉलोनी सेक्टर-12 स्थित सत्यम प्लाजा में राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां छापा मारा. औषधि टीम में आगरा, बागपत, बुलंदशहर, हाथरस, फिरोजाबाद और बिजनौर के औषधि निरीक्षक शामिल रहे. टीम ने पुलिस के साथ मिलकर राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर्स के मालिक प्रदीप और धीरज राजारा को हिरासत में लिया है. दोनों से पूछताछ के बाद आवास विकास कॉलोनी सेक्टर-8 स्थित आवास के साथ ही अन्य तमाम जगह पर छापेमारी की.
शिकायत मिलने पर हुई छापेमारी
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे का कहना है कि फर्म के बारे में शिकायत मिली थी कि यहां नकली दवाओं का कारोबार होता है. छापेमारी में एक्सपायरी डेट की दवाओं की पैकिंग करके बाजार में बेचने का खुलासा हुआ है. फर्म के मालिक सगे भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. औषधि विभाग की टीम भी लगातार संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है.
दवाओं का मिला जखीरा
औषधि विभाग की टीम में शामिल बुलंदशहर की औषधि निरीक्षक दीपा लाल का कहना है कि मुख्यालय के आदेश पर छापामारी टीम में शामिल हुई हूं. यहां पर भारी तादाद में री-प्रिंटेड और री-पैकिंग दवाओं का जखीरा मिला है. इसमें एंटीबायोटिक, ऐसीडिटी, न्यूरो की बीमारियों में दी जाने वाली दवाएं मिली हैं. अभी तक की छानबीन में खुलासा हुआ है. सैंपल लिए जा रहे हैं. एक साथ तीन मंडल के छह जिलों के औषधि निरीक्षकों की टीम छापेमारी कर रही है. हर टीम अपने हिसाब से अलग-अलग बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है.
मथुरा में भी छापेमारी
आगरा की औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि मथुरा की उस फैक्ट्री को भी खोज निकाला है. जहां पर एक्सपायर दवाओं की रीपैकिंग और नकली दवाओं की प्रिंटिंग का काम किया जाता था. फैक्ट्री संचालक और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है.